जलयुक्त शिवार से दो सालों में सूखा मुक्त हो जाएगा महाराष्ट्र 

Fadnavis confident that state will be drought-free in next two years
जलयुक्त शिवार से दो सालों में सूखा मुक्त हो जाएगा महाराष्ट्र 
जलयुक्त शिवार से दो सालों में सूखा मुक्त हो जाएगा महाराष्ट्र 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महत्वाकांक्षी योजना "जलयुक्त शिवार" को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विश्वास जताया कि जलयुक्त शिवार योजना के कारण प्रदेश अगले दो सालों में सूखा मुक्त हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते दो सालों में 11 हजार गांवों में पानी जमा हो गया है। इस साल पांच हजार और गांव सूखा मुक्त हो जाएंगे। यदि इसी गति से काम चलता रहा तो अगले दो सालों में प्रदेश सूखा मुक्त हो जाएगा। गुरुवार को जलयुक्त शिवार योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिले, तहसील और गांव समेत अधिकारी व पत्रकारों को राज्यस्तरीय महात्मा ज्योतिबा फुले जलमित्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक किए गए कामों को निरंतरता बरकरार रखने के लिए तेज गति से काम करने की जरूरत है।प्रदेश के मृद व जलसंरक्षण मंत्री राम शिंदे ने कहा कि बीते तीन सालों में जलयुक्त शिवार योजना के काम से राज्य के कई हजार गांव सूखा मुक्त हो गए हैं। इससे किसानों की पैदावार बढ़ेगी है। जलयुक्त के अलावा कुआं खोदने और "जिसे चाहिए पोखर उसे मिलेगा पोखरा" योजना का भी रंग दिखने लगा है। 

इनको मिला पुरस्कार 

राज्यस्तर पर महात्मा ज्योतिबा फुले जलमित्र प्रथम पुरस्कार मलेगांव (तहसील बार्शी, सोलापुर), द्वितीय पुरस्कार वेलू (तहसील कोरेगांव, सातारा) और तृतीय पुरस्कार कर्जत (तहसील कर्जत,  अहमदनगर) को मिला है। जबकि तहसील  श्रेणी के पुरस्कार में नाशिक के चांदवड तहसील को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जबकि राज्य स्तर पर जिलों को दिए जाने वाले पुरस्कार की श्रेणी में सोलापुर जिले का पुरस्कार तत्कालीन जिलाधिकारी तुकाराम मुंढे, पुणे के तत्कालीन जिलाधिकारी सौरभ राव और अहमदनगर के तत्कालीन जिलाधिकारी अनिल कवडे ने स्वीकार किया। विभागीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार पुरस्कार की श्रेणी में कोंकण विभाग में ठाणे जिले का पुरस्कार तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ. अश्विनी जोशी,  नाशिक विभाग में अहमदनगर जिले का पुरस्कार तत्कालीन जिलाधिकारी अनिल कवडे, औरंगाबाद विभाग में उस्मानाबाद जिले का पुरस्कार तत्कालीन जिलाधिकारी प्रशांत नारनवरे, अमरावती विभाग में अमरावती के तत्कालीन जिलाधिकारी किरण गिते और नागपुर विभाग में नागपुर के अपर जिलाधिकारी प्रकाश पाटील ने पुरस्कार स्वीकार किया। सामूहिक और गैर सरकारी संस्था की पुरस्कार श्रेणी में प्रथम पुरस्कार नांदेड़ के संस्कृति संवर्धन मंडल और द्वितीय पुरस्कार जालना की आर्ट ऑफ लिविंग सेवा भावी संस्था को प्रदान किया गया। वैयक्तिक स्तर की श्रेणी में पर प्रथम पुरस्कार बीड़ के संजय ज्ञानोबा शिंदे और द्वितीय पुरस्कार वाशिम के सुभाष उत्तमराव नानवटे को प्रदान किया गया।  जलयुक्त शिवार अभियान को लागू करने में उत्कृष्ट काम करने पर सहसचिव वि.सि.वखारे, अवर सचिव ना.श्री.कराड, अवर सचिव  शंकर जाधव, सहायक कक्ष अधिकारी सुनील गवली को भी सम्मानित किया गया है। 

Created On :   5 Jan 2018 12:15 PM GMT

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