85 लाख के टेंडर में 11 लाख की फर्जी एफडीआर

Fake FDR of 11 lakhs in the tender of 85 lakhs
85 लाख के टेंडर में 11 लाख की फर्जी एफडीआर
चांद नगर परिषद में सामने आया फर्जीवाड़ा 85 लाख के टेंडर में 11 लाख की फर्जी एफडीआर

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। 85 लाख का टेंडर लेने के लिए 11 लाख की फर्जी एफडीआर लगाने का मामला सामने आया है। चांद नगर परिषद में हुए इस फर्जीवाड़े के बाद अधिकारी भी सकते में है। आनन-फानन में वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराने के बाद इस प्रकरण में पुलिस अधीक्षक को मामला पंजीबद्ध करने के लिए भी नगर परिषद के अधिकारियों ने पत्र लिखा है।

जानकारी के अनुसार नगर परिषद चांद में 1 अप्रैल 2022 को वार्ड नं.5 थाने के सामने 28 दुकानों के निर्माण का टेंडर जारी किया गया था। ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया में ये टेंडर परासिया की अर्चयोगी ग्राम विकास संस्थान को दिया गया। जिसकी प्रोपराइटर परासिया निवासी बबीता राय पति योगेश राय है। निविदाकार द्वारा 25 मई 2022 को चांद कार्यालय में उपस्थित होकर एफडीआर क्रमांक 10722921 जमा करवाई गई। जिसमें प्रतिपूर्ति राशि 11 लाख 82 हजार 282 रुपए थी। इस एफडीआर की जांच के लिए जब चांद नगर परिषद के अधिकारियों ने आईसीआईसीआई बैंक छिंदवाड़ा को पत्र लिखकर एफडीआर की सत्यता जाननी चाही।  जिसमें बैंक ने पुष्टि करते हुए बताया कि उक्त एफडीआर फर्जी है। जिसके बाद अधिकारियों ने पूरे प्रकरण से प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराने के बाद पुलिस अधीक्षक को भी प्रोपराइटर के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध करने के लिए पत्र लिखा है।

21 प्रतिशत बिलो में लिया था टेंडर-

बताया जा रहा है कि 28 दुकानों के निर्माण में कई लोगों ने निविदा आमंत्रित की थी। जिसमें से अर्चयोगी ग्राम विकास संस्थान द्वारा 21 प्रतिशत बिलो में ये टेंडर लिया गया था, लेकिन एफडीआर की जांच के बाद पूरा प्रकरण सामने आ गया।

फर्जीवाड़े में किस तारीख पर क्या हुआ-

- 1 अप्रैल 2022 को नगर परिषद चांद द्वारा ऑनलाइन टेंडर निकाले गए।
- 13 मई 2022 को निविदा खोली गई। जिसका ठेका अर्चयोगी को मिला।
- 25 मई को फर्म की ओर से योगेश राय ने कार्यालय में उपस्थित होकर फर्म की परफॅारमेंस राशि जमा करवाई।
- एफडीआर संदेहास्पद होने पर 26 मई को शाखा प्रबंधक आईसीआईसीआई बैंक छिंदवाड़ा को सत्यापन पत्र लिखा गया।
- 10 जून को बैंक ने अवगत कराया कि निविदाकार द्वारा जमा की गई एफडीआर फर्जी है और धोखाधड़ी करने के उद्देश्य से परिषद में जमा करवाई गई है।
- 10 जून को ही नगर परिषद चांद के अधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।

इनका कहना है-

इस मामले की जानकारी नहीं है। यदि आवेदन आया होगा तो इस प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
विवेक अग्रवाल (एसपी, छिंदवाड़ा)

टेंडर के बाद अर्चदीप ग्राम विकास संस्थान द्वारा फर्जी एफडीआर लगाई गई थी। मामला सामने आने के बाद एसपी को प्रकरण पंजीबद्ध करने के लिए पत्र लिखा गया है। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। ये प्रक्रिया 10 जून 2022 को ही कर दी गई थी                                                                    दिशा डेहरिया (पूर्व सीएमओ, नगर परिषद चांद)

हाल में मैंने नगर परिषद का चार्ज लिया है। इस कारण मामले की जानकारी मुझे नहीं है। कल ही इस मामले में आगे कुछ बता पाऊंगा                                                                                                        आरएस चौधरी,(सीएमओ चांद)
 

Created On :   14 Jun 2022 11:41 AM GMT

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