किसान चढ़ बैठा मोबाइल टॉवर पर, नीचे उतारने के हरसभंव प्रयास करती रही पुलिस

Farmer climbed on the mobile tower, police kept making every effort to bring it down
किसान चढ़ बैठा मोबाइल टॉवर पर, नीचे उतारने के हरसभंव प्रयास करती रही पुलिस
 गोंदिया किसान चढ़ बैठा मोबाइल टॉवर पर, नीचे उतारने के हरसभंव प्रयास करती रही पुलिस

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। बेटे की मौत मामले की जांच कराने और बैंक द्वारा दिए गए नोटिस को रद्द करने की मांग को लेकर गोंदिया तहसील के ग्राम खातिया निवासी किसान वासुदेव रामू तावाडे (55) गुरुवार को गांव के एक मोबाइल टॉवर पर चढ़ गया। वासुदेव ने मांगें पूरी न होने तक नीचे नहीं उतरने की चेतावनी दे दी। इस मामले को देखते हुए मौके पर पहुंचा पुलिस महकमा उसे नीचे उतारने के लिए राजी करने का हरसभंव प्रयास करता रहा। समाचार लिखे जाने तक किसान टॉवर से नीचे नहीं उतरा था। जानकारी के अनुसार वासुदेव का कहना है कि वर्ष 2021 में आमगांव पुलिस थानांतर्गत क्षेत्र में हुई एक सड़क दुर्घटना में उसके बेटे की मौत हो गई थी। इस घटना को पुलिस ने हादसा बताया था जबकि उसे विश्वास है कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या का मामला है। उसने आमगांव पुलिस थाने में ज्ञापन देकर इस मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की थी, लेकिन पुलिस से उसे न्याय नहीं मिला। इस मामले की निष्पक्षता से जांच करने की आवश्यकता है। दूसरी ओर ग्राम सेवा सहकारी सोसायटी का कर्ज माफ होने के बावजूद सोसायटी ने उसे नोटिस भेज दिया था।  किसान का कहना था कि उसने यह कर्ज उठाया ही नहीं। इसीलिए बेटे की मौत के मामले की निष्पक्ष जांच एवं बैंक द्वारा भेजे गए नोटिस को रद्द करने की मांग लेकर न्याय के लिए उसने यह कदम उठाया है। 

इसकी खबर मिलते ही गोंदिया के उपविभागीय पुलिस अधिकारी एस.बी. ताजने, रावणवाड़ी के थानेदार उद्धव डमाले एवं पुलिस कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे एवं उन्होंने टॉवर पर चढ़े वासुदेव तावाडे को समझाने का काफी प्रयास किया एवं उसकी मांगों पर तत्काल उचित कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया। समाचार लिखे जाने तक वह टॉवर से निचे नहीं उतरा है। विविध कार्यकारी सेवा सहकारी सोसायटी के सचिव हत्तीमारे ने घटनास्थल पर आकर बताया कि वासुदेव तावाडे का कुछ कर्ज माफ हो गया है एवं अब जो कर्ज बकाया है उसे एवं ब्याज की राशि को जोड़कर 1 लाख 14 हजार 794 रुपए की राशि बकाया है। उसकी ओर सोसायटी के कर्ज की मूल राशि 40 हजार बकाया है। जबकि ब्याज मिलाकर यह राशि 1 लाख 14 हजार 794 हो गई है। इधर वासुदेव तावाडे का कहना है कि उसने सोसायटी से कर्ज ही नहीं उठाया। फिर भी उस पर कर्ज दिखाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों के अलावा नायब तहसीलदार पालांदुरकर भी घटनास्थल पर आए एवं उन्होंने उसकी समस्याओं को संबंधित अधिकारियों को बुलाकर हल करने की बात कहीं। लेकिन इसके बावजूद वासुदेव तावाडे निचे नहीं उतरा। जानकारी है कि उसने जिलाधिकारी एवं क्षेत्र के विधायक को घटनास्थल पर बुलाने की मांग रखी है। समाचार लिखे जाने तक उनके वहां नहीं पहुंचने के कारण मोबाइल टॉवर पर वासुदेव का आंदोलन चल रहा है। 

नीचे उतरकर बात करनी चाहिए 

एस.बी. ताजने, उपविभागीय पुलिस अधिकारी के मुताबिक किसान वासुदेव रामू तावाडे की मांगों के प्रति प्रशासन का रवैया सकारात्मक है। पहले उन्हें नीचे उतरकर बात करनी चाहिए। यदि वह  आमगांव पुलिस द्वारा उनके पुत्र के मौत के मामले में की गई जांच से संतुष्ट नहीं हैं तो हम उन्हें आमगांव पुलिस थाने में साथ ले जाकर सारे प्रकरण में हुई जांच की पूरी जानकारी देने को तैयार हैं। बातचीत से ही उनकी समस्या का समाधान हो सकता है। 

 

Created On :   15 April 2022 7:49 PM IST

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