- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- तबले पर थिरकीं वादक पिता-पुत्र की...
तबले पर थिरकीं वादक पिता-पुत्र की अंगुलियां
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुंबई के तबला वादक पं. नयन घोष व उनके पुत्र ईशान घोष की अंगुलियां जब तबले पर थिरकीं, तो दर्शक ने तालियों से उनका स्वागत किया। द्वंद तबला वादन शहर में पहली बार संगीत प्रभाकर ताल उत्सव अंतर्गत किया गया। कार्यक्रम का आयोजन दिवंगत शास्त्रीय गुरु स्व. प्रभाकर देशकर, स्व. प्रभाकर खर्डेणवीस व तबला गुरु स्व. प्रभाकर देसाई की स्मृति में साइंटिफिक हॉल में किया गया। उद्घाटन दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के संचालक डॉ. दीपक खिरवड़कर, आयकर आयुक्त वृंदा देसाई व श्रीकांत देसाई के हाथों दीप प्रज्वलन से हुआ। समारोह के पहले दिन रवि सातफले (तबला), श्रीकांत देसाई (सिंथेसाइजर), प्रमोद देशमुख (बासंुरी), निशिकांत देशमुख (वॉयलिन), अादित्य सावरकर (शास्त्रीय गायन) तथा नंदू गोहाणे ने शास्त्रीय फ्यूजन पेश किया। इसके बाद खैरागढ़ के सरोद वादक विवेक नवरे ने "राग बिहाग' प्रस्तुत किया। इन्हें तबला पर हर्षल ठाणेकर ने संगत दी।
‘स्वर-ताल यात्रा’ में लगी गीतों की झड़ी
दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से ‘स्वर-ताल यात्रा’ संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन लक्ष्मी नगर स्थित साइंटिफिक सभागृह में किया गया। कार्यक्रम की संकल्पना मुग्धा तापस की, निवेदन किशोर गलांडे का और संगीत संयोजक श्रीकांत पिसे एवं मंजिरी वैद्य-अय्यर का था। गायक गुणवंत घटवाई, मंजिरी वैद्य-अय्यर एवं साथ वादक कलाकार गोविंद गडीकर, नासिर खान, शिरीष भालेराव, अरविंद उपाध्ये, श्रीकांत पिसे, विज्ञानेश्वर खडसे, ऋषिकेश करमरकर, मोरेश्वर दहासहस्त्र, पंकज यादव, अजिंक्य गलांडे, गजानन रानडे ने दिया। गायकों ने एक से बढ़कर एक गानों की झड़ी लगाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
"सुर तेच छेडिता'... में गूंजे मराठी गीत
सीताबर्डी स्थित मोरभवन के अर्पण हॉल में अंशुल सिंगर्स हंट द्वारा "सुर तेच छेडिता' मराठी गीतों का कार्यक्रम आयोजित किया गया। परिकल्पना अंशुल पारधी हंट के निर्देशक अनंत पारधी की थी। कार्यक्रम का निर्देशन अमित हरकरे ने किया, जबकि संगीत संजय उकुंडे ने दिया। कार्यक्रम के लिए जीतू पराते का विशेष समर्थन मिला। आरती किल्लेदार, एड. मदन खंडार, अजय देशपांडे, भाग्यश्री कुलकर्णी, दीपक राईरकर, लता राईरकर, गायत्री खेडकर, गोपाल दवे, डॉ. अमृता कलोडे, केतकी पैठणकर, मंजिनी बनहट्टी, के. एन. बैस, प्रिया गुप्ता, प्रसाद कुलकर्णी, जयंत जोशी, रेखा जोशी, सुदेश अय्यर, सुनील दहीकर, अनिता निकम आदि ने मराठी गीत पेश किए।
रैम्प पर फैशन का दिखा जलवा
वहीं वेडिंग सीजन में खंडेलवाल साड़ी और खंडेलवाल ज्वेलर्स ने ग्राहकों के लिए वेडिंग का कलेक्शन पेश किया है। इसके लिए फैशन शो का आयोजन किया गया। इसमें फैशन प्रेमियों को एक से बढ़कर एक लाचा, साड़ियां एवं वेडिंग गाउन के साथ आकर्षक एवं नए डिजाइन की ज्वेलरी का नया वेडिंग कलेक्शन प्रस्तुत किया गया। ग्राहकों को सिल्क साड़ी, डिजाइनर साड़ी, लहंगा, क्रॉप टॉप, वेडिंग गाउन, कुर्ती ड्रेस मटेरियल एवं ड्रेस सेट्स के नए एवं पारंपरिक कलेक्शन भी देखने को मिले। कार्यक्रम का शुभारंभ विदर्भ सिंधु सेवा संघ महिला मंडल और सिंधु सहेली मंच की अध्यक्ष कांचन जिग्यासी, पूजा आहूजा, राजेश खंडेलवाल, राधिका खंडेलवाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। खंडेलवाल साड़ी में जहां विवाह, पार्टी और ऐसे ही कई सेलिब्रेशन के लिए नए डिजाइन की साड़ियां पेश की गईं, वहीं फैशन शो में मॉडल्स प्राची बहादुरे, अरंंधति दाहट, रुचि शर्मा, वैष्णवी सराफ, रूपल इखनकर, श्रुति विश्वकर्मा, आशुतोष राठौड़, नईम अब्दुल और प्रतीक ने अनूठे कलेक्शन प्रदर्शित किए। शो को सन्नी फ्रांसिस ने डायरेक्ट किया। कास्टिंग और मैनेजमेंट मॉम्स प्रोडक्शन कंपनी ने किया। शो स्टाॅपर आकाक्षां साखरकर रहीं। प्रमुख अतिथि के रूप में मिस डीवा फायनालिस्ट कोमल किल्लारे थीं। शो की एंकर पूनम कुकरेजा थीं। फोटोग्राफी जीवक गजभिये और वीडियोग्राफी अर्जुन मुडालियार और पवन शेट्टी द्वारा की गई। मॉडल्स का मेकअप अर्चना राठौड़ ने किया। फैशन शो में आने वाले सभी ग्राहकों के लिए खंडेलवाल ज्वेलर्स की ओर से ऑफर दिया गया।
मुझे देख मेरी उम्र का पता नहीं चलता
उधर विदर्भ हिन्दी साहित्य सम्मेलन ‘उड़ान’ अंतर्गत स्वास्थ्य एवं सौंदर्य विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। प्रशिक्षिका श्रद्धा अनवाने ने प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा मोटापा, मधुमेह, एसिडिटी, रक्तचाप, डिप्रेशन आदि बीमारियों का समाधान बताया। इस अवसर पर "मुझे देख मेरी उम्र का पता नहीं चलता' नामक स्पर्धा आयोजित की गई, जिसमेंं 25 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रथम शर्मिला चौरसिया, द्वितीय संगीता श्रीवास्तव और तृतीय स्थान पर मंजूषा अग्रवाल रहीं। कार्यक्रम का संयोजन अंजू मंत्री ने किया। सफलतार्थ उर्मिला चांडक, पूनम तिवारी, ललिता कोठारी ने प्रयास किया। संचालन रूपा चांडक, पूर्णिमा काबरा ने किया। दीपाली अग्रवाल ने मेडिटेशन पर जानकारी प्रदान की।
फिल्मी गीतों से सजा ‘श्रृंखला द चांस सीजन-11’
सिविल लाइंस स्थित डॉ. वसंतराव देशपांडे सभागृह में भास्कर वाघुले एंटरटेनमेंट ने "श्रृंखला द चांस सीजन-11' कार्यक्रम आयोजित किया। संकल्पना वाघुले की थी, राजू चोपड़े आयोजक थे और मंगेश पाटले ने संगीत संयोजन किया। योगेश परांजपे, सुमित्रा ठाकरे, शैलेश मार्कंडेय सह-आयोजक थे। नरेन्द्र इंगले ने कार्यक्रम की शुरुआत "आने से उसके आए बहार' गीत से की। शंकर रामटेके ने "राह में राहें ये' गीत पेश किया। योगेश परांजपे और शैलजा बडे ने "आते जाते हंसते गाते' युगल गीत प्रस्तुत किया। अशफाक ने "सागर किनारे दिल ये पुकारे’ आदि गीत पेश किए। कार्यक्रम के अंत में लकी ड्रॉ निकाला गया, जिसमें विजेता को कार्यक्रम में गाने का मौका दिया गया। मंच संचालन नम्रता अग्निहोत्री ने किया।
Created On : 19 Feb 2020 12:09 PM