पांचवीं कक्षा के 1850 विद्यार्थियों को नहीं दी गई हिन्दी की पुस्तक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्कूल शुरू महीने भर से अधिक समय हो गया। हिंगना तहसील में कक्षा पांचवीं के विद्यार्थियों को हिंदी सुलभभारती पुस्तक नहीं मिली है। बीईओ की लापरवाही से तहसील के 1850 विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान होने का मामला सामने आया है। इस गंभीर मामले में प्रशासन भी विद्यार्थियों की उपेक्षा कर रहा है। समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत कक्षा पहली से आठवीं के शालेय विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक दी जाती हैं। स्कूल खुलने से पहले ही संबंधित तहसील के बीईओ द्वारा तहसील के लिए आवश्यक पुस्तकों की बालभारती के पास ऑनलाइन डिमांड करना अपेक्षित
बताया जाता है कि हिंगना तहसील के बीईओ ने पांचवीं कक्षा के हिंदी बालभारती पुस्तक की ऑनलाइन डिमांड ही नहीं की। स्कूल खुलकर सवा महीना हो गया, लेकिन विद्यार्थियों को हिंदी बालभारती की पुस्तक नहीं मिली। हिंदी के अध्यापन से विद्यार्थियों के वंचित रहने पर मामला उजागर हुआ। जिला परिषद सीईओ संजय यादव को जब पता चला तो उन्होंने महाराष्ट्र शिक्षण परिषद मुंबई को पुस्तकों की आपूर्ति करने का प्रस्ताव भेजा। इस प्रस्ताव पर राज्य प्रकल्प संचालक ने जिला परिषद को पत्र भेजकर नागपुर महानगरपालिका के शिक्षा विभाग में पांचवीं कक्षा के हिंदी के ढाई हजार अतिरिक्त पुस्तक पड़े होने से इसमें से आवश्यक पुस्तक प्राप्त करने की सूचना दी। जिला परिषद शिक्षा विभाग द्वारा मनपा से पुस्तकाें के संबंध में पूछने पर एक भी पुस्तक उपलब्ध नहीं रहने का जवाब मिलने की जानकारी मिली है। इस घोर लापरवाही से बच्चों का शैक्षणिक नुकसान होने से पालकों ने भी नाराजगी व्यक्त ही है।
मनोरंजन शिविर 21 अगस्त को
मनपा तथा अन्य स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए 21 अगस्त को दोपहर 12 से 3 बजे तक मनोरंजन शिविर का आयोजन सामाजिक तथा शैक्षणिक क्षेत्र में कार्यरत स्त्रीशक्ति विकास चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से किया गया है। शिविर का उद्घाटन सामाजिक कार्यकर्ता कांचन गडकरी के हस्ते होगा। प्रमुख अतिथि महापौर नंदा जिचकार रहेगी। विद्यार्थियों से शिविर में सहभागी होने की अपील ट्रस्ट की सचिव डॉ. सोनल पटेल ने की है।
Created On :   7 Aug 2019 3:33 PM IST