इज्जत पर आंच - हर डगर पर डर, इन इलाकों से गुजरना हुआ दुश्वार

Fire on respect - fear at every step, passing through these areas is difficult
इज्जत पर आंच - हर डगर पर डर, इन इलाकों से गुजरना हुआ दुश्वार
महिला उत्पीड़न इज्जत पर आंच - हर डगर पर डर, इन इलाकों से गुजरना हुआ दुश्वार

डिजिटल डेस्क, नागपुर. हर क्षेत्र में महिलाएं अपना परचम लहरा रही हैं। समाज के लिए यह गर्व की बात है, लेकिन इसी समाज में उनके साथ छेड़छाड़ और लैंगिक शोषण जैसी घटनाएं हो रही हैं। नागपुर शहर भी अपवाद नहीं। कोरोनाकाल के 2 साल के सत्र को छोड़ दें, तो बाद के 2 साल यानी 2021 और 2022 में अकेले नागपुर में 696 मामले दर्ज किए गए। तारीफ की बात यह है कि पुलिस की सक्रियता से कुल 668 लोग इन प्रकरणों में गिरफ्तार भी किए गए। 
इन थानों में सबसे अधिक शिकायतें

आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो एमआईडीसी और जरीपटका इलाकों में महिलाओं से संबंधित अधिक मामले दर्ज हुए। पुलिस ने इन दोनों थाना क्षेत्रों पर कड़ी नजर रखी है। 

पुलिस दीदी और पुलिस काका कर रहे जागरूकता 

लड़कियों के साथ छेड़खानी जैसी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, जिसका विरोध कुछ ही साहसी लड़कियां ही कर पाती हैं। घरवालों को पता न चले इसके चलते बाकी सामने नहीं आती है। इसे देखते हुए शहर में सह पुलिस आयुक्त अस्वती दोरजे के नेतृत्व में "पुलिस दीदी "और "पुलिस काका’ अभियान चलाए जा रहे हैं। अभियान के तहत रोजाना स्कूलों और कॉलेज में जाकर बच्चियों और स्लम में रहने वाली महिलाओं को गुड टच और बैड टच के बारे में अवगत कराया जाता है। पुलिस काका उपक्रम के तहत लड़कों में लड़कियों से छेड़खानी करने पर क्या सजा हो सकती है, इसकी जानकारी दी जाती है। इस तरह अधिक से अधिक अपराध निकल कर सामने आ रहे हैं।

शहर के चुनिंदा थाना क्षेत्रों में छेड़छाड़ की घटनाओं में इजाफा ही हुआ है

परिमंडल क्र. 1 : इस साल 74 मनचले गिरफ्तार
{2021 जनवरी से 2022 दिसंबर तक 52 शिकायतें आईं। 51 लोग गिरफ्तार।
{2022 में 77 मामले सामने आए। 74 मनचलों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। 
परिमंडल क्र.2 : उत्पीड़न मामलों में राहत
{2021 में 82 शिकायतें दर्ज की गईं। 79 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
{2022 में कुछ राहत देखी गई। 50 मामलों में 40 को गिरफ्तार किया गया।
परिमंडल क्र.3 : 55 प्रकरणों में 53 लोग गिरफ्तार
{2021 में छेड़छाड़ की 52 शिकायतें सामने आईं, 51 गिरफ्तार हुए।
{2022 में ऐसे ही 55 मामले दर्ज किए गए। 53 लोग गिरफ्तार हुए।
परिमंडल क्र.4 : राहत देते नजर आए आंकड़े
{2021 में कुल 98 शिकायतें मिलीं, 96 लोग गिरफ्तार किए गए।
{2022 में इसी परिमंडल में 69 मामलों में कुल 66 गिरफ्तार हुए।
परिमंडल क्र.5 : 72 से 89 हुईं शिकायतों की संख्या
{2021 में समान रूप से 72 शिकायतें आईं, 70 लोग गिरफ्तार हुए।
{2022 में मामलों की संख्या बढ़कर 89 हुई, 88 की गिरफ्तारी हुई। 

जागरूकता का असर - महिलाएं शिकायत करने आगे आ रही हैं

बी एस नरके, पुलिस निरीक्षक,एमआईडीसी छेड़छाड़ की घटनाओं में 354 कलम लगाई जाती है, जिसमें अभी संशोधन किया गया है। ऐसे में कोई व्यक्ति अगर किसी का लड़की का पीछा कर रहा है, उससे घूर रहा है, तो उस पर धारा 354 लगाया जाता है, जो की पहले नहीं था। जब तक कोई लड़का लड़की को गलत तरह से स्पर्श नहीं करता था, तब तक ये कलम का प्रयोग नहीं होता था। अधिकतर मामलों की जांच के बाद उनके पहचान वालों द्वारा ही छेड़छाड़ किए जाने की बात देखी जा रही है। अभी लोगों में जागरुकता आई है, जिससे महिलाएं आगे आकर शिकायत दे रही है

बरत रहे सतर्कता | संवेदनशील स्थानों पर पेट्रोलिंग बढ़ाई है

संतोष बाकल, पुलिस निरीक्षक,जरीपटका के मुताबिक महिलाओं के मामले में जीरो टॉलरेंस है। जब तक अपराध रजिस्टर नहीं होगा, आरोपियों का पता नहीं चलेगा। इसलिए ऐसे अपराधों में हम कोताही नहीं बरतते हैं। कई बार लड़कियां शिकायत देने से घबराती हैं, लेकिन हम उन्हें समझाते हैं कि गलत हुआ है तो आप शिकायत करें। रही बात समता नगर इलाके में छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं की, तो हमने वहां पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। सड़क पर रात के समय रोशनाई भी की गई है, जिससे बच्चियां सुरक्षित रहें।


हॉट-स्पॉट पर नजर | चिह्नित इलाकों में गश्त अधिक 

सीमा सुर्वे, पुलिस निरीक्षक के मुताबिक सिविल लाइन्स हाई कोर्ट, लेडिज क्लब, जरीपटका समता नगर, एमआईडीसी, अजनी जैसे इलाकों से अधिक शिकायतें मिली हैं। वहां दामिनी पथक की गश्त हमने दिन में बढ़ा दी है। रात में बीट मार्शल की टीम हर थाने की इन इलाकों पर पेट्रोलिंग करती है। कोई भी परेशानी होने पर 112 नंबर 24 घंटे शुरू रहता है। कभी भी कोई महिला कॉल कर के मदद मांग सकती है।

 

Created On :   24 Feb 2023 4:46 PM IST

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