- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- गोंदिया
- /
- फूल और केले के पेड़ नहीं बिके तो सड़क...
फूल और केले के पेड़ नहीं बिके तो सड़क पर ही फेंककर चल दिए विक्रेता
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए 4 नवंबर को सुबह से ही बाजार में ग्राहकों की भीड़ देखी गई। इस त्योहार के मद्देनजर फूलों, केले, आम के पत्तियों सहित अन्य सामग्री की बिक्री के लिए जगह-जगह दुकानें लगाई गई थी। दूसरे दिन सुबह में सड़कों पर जगह-जगह फूल, केले के पत्तों सहित जगह-जगह कचरा फैलाकर व्यवसायी चले गए, जिन्होंने दुकान की सामग्री बेचे जाने के बाद बचे हुए गेंदे के फूल, केले, गन्ने के पत्तों को सड़कों पर फेंककर चले गए। जिसके चलते दिवाली के दूसरे दिन शहर के जयस्तंभ चौक, दुर्गा चौक, चांदनी चौक, गोरेलाल चौक, गांधी चौक, नगर परिषद के सामने बड़े पैमाने पर कचरा फैला पड़ा था। इस बात से अवगत नप प्रशासन में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी अवकाश पर होने की बात सामने आयी है। वहीं सामाजिक संस्थाएं भी शहर की स्वच्छता के प्रति नदारद नजर आयी है। उक्त समस्या को शीघ्र हल करने की मांग नागरिकों द्वारा की गई है। यहां बता दें कि जिले में दीपावली पर्व पर छोटे-बड़े व्यवसायियों ने दुकानों में सामानों को बेचने के लिए रखा था। जिसमें सराफा व्यवसायी, किराना, कपड़ा, बर्तन, चप्पल-जूते, पटाखें की दुकानें, प्लास्टिक सामग्री सहित अन्य दुकानें भी सजी थी। वहीं बाहरी व्यवसायी भी दिवाली के दिन सामग्री बेचने लाए थे। जिन्हें शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे खरीददारों ने जरूरत के मुताबिक खरीदा। वहीं दीपावली के दिन घरों तथा मुख्यद्वारों को सजाने हेतु बाहरी व्यवसायी केले के पेड़, आम के पत्ते, डालियां, फूल, गन्ने के पौधे सहित सब्जियां बेचने के लिए लाए थे। जिन्हें खरीददारों द्वारा रात काफी देर तक खरीदा गया। लेकिन दुकानें बंद होने पर व्यवसायियों ने केले के पेड़, फूल, गन्ने के पत्तों को उठाना मुनासिब नहीं समझा।
Created On :   6 Nov 2021 7:06 PM IST