रैंक सुधारने की कवायद : सफाई के पहले और बाद की तस्वीरें की जाएंगी सार्वजनिक

For rank improvement : Pictures will be public before and after cleaning
रैंक सुधारने की कवायद : सफाई के पहले और बाद की तस्वीरें की जाएंगी सार्वजनिक
रैंक सुधारने की कवायद : सफाई के पहले और बाद की तस्वीरें की जाएंगी सार्वजनिक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा देश भर में स्वच्छता सर्वेक्षण में कम अंक मिलने के कारण अब सतर्क हो गई है। अगले सर्वेक्षण में अंकों में सुधार लाया जा सके, इसके लिए  तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी क्रम में मनपा ने सफाई कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें पुरस्कृत करने की भी योजना बनाई है। महानगर में बड़ी तादाद में शौचालय और मूत्रालय हैं। सफाई नहीं होने के कारण  इनमें गंदगी पसरी रहती है। इनकी सफाई करने वाला कर्मचारी प्रतिदिन  पहले फोटो निकालेगा। सफाई होने के बाद मनपा का सैनेटरी इंस्पेक्टर फोटो खींचेगा। दोनों फोटो स्वच्छता एप पर अपलोड करना होगा। यह फोटो पब्लिक डोमेन में होने से कोई भी देख सकेगा। इसके अलावा  सफाई करने वाले कर्मचारी के पास डायरी रहेगी, जिसमें उसे उस एरिया के जमादार के हस्ताक्षर लेने होंगे, इससे कामचोरी को रोका जा सकेगा। लोगों को जागरूक करेंगे कचरा संग्रह करने वाली कनक की गाड़ी पर मनपा का एक सफाई कर्मचारी जाएगा। वह कचरा जमा करते समय लोगों को जागरूक करेगा कि गीला और सूखा कचरा अलग-अलग जमा करें। जिन रास्तों और बस्तियों तक गाड़ी नहीं जा सकती है, वहां कर्मचारी खुद जाकर लोगों को सूखा और गीला कचरा अलग-अलग जमा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
सफाई कर्मचारियों द्वारा साफ किए जाने वाले एरिया को बीट कहा जाता है। प्रत्येक जोन में ऐसी कई बीट होती हैं। मनपा कर्मचारियों पर कड़ाई तो करेगी ही, साथ ही उत्कृष्ट काम करने वाले कर्मचारी की बीट को पुरस्कृत भी करेगी। अभी तक व्यावसायिक क्षेत्र में 500 मीटर, सेमी-व्यावसायिक क्षेत्र में 700 मीटर और निवासी क्षेत्र में 900 मीटर सफाई की जिम्मेदारी एक सफाई कर्मचारी की होती थी। अब 100 मीटर क्षेत्र बढ़ाने का निर्णय िलया गया है।

एप पर रहेगा विशेष ध्यान

राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त, मनपा के मुताबिक हम इस बार पहले से ही तैयारी शुरू कर रहे हैं, जिससे स्वच्छता सूची में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।  इस बार हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में लोगों से एप को डाउनलोड करवाने पर ज्यादा जोर दिया जाएगा। पिछली बार हम इस पर जोर नहीं दे पाए थे। इस बार नंबरों को कैसे बढ़ाया जाए, इस पर भी ध्यान दिया जाएगा, जिससे अगली बार रैंक में सुधार हो सके।
    
 

Created On :   31 March 2019 7:06 PM IST

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