वेतन की मांग को लेकर कर्मचारी ने पेड़ पर चढ़कर की वीरूगिरी

डिजिटल डेस्क, आमगांव (गोंदिया) आमगांव तहसील कार्यालय में परिचर(सिपाही) के पद पर कार्यरत कर्मचारी राकेश यशवंत बोरकर ने पिछले सात माह से बकाया वेतन दिए जाने की मांग को लेकर साेमवार, 27 फरवरी को तहसील कार्यालय परिसर में एक पेड़ पर चढ़कर वीरूगिरी आंदोलन किया किया। लेकिन जब कोई प्रतिसाद मिलता नहीं दिखा तो उसने नीचे उतरकर तहसीलदार के कक्ष में घुसकर वेतन की मांग की और बाद में स्वयं को शौचालय में बंद कर लिया। वेतन नहीं मिलने तक बाहर न निकलने की बात कहीं। इसकी सूचना पुलिस विभाग को दी गई। पश्चात पुलिस ने तहसील कार्यालय में पहुंचकर उसे हिरासत में लिया। समाचार लिखे जाने तक संबंधित कर्मचारी के खिलाफ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। बताया जाता है कि राकेश बोरकर को पिछले सात माह से वेतन नहीं मिला है। इसके लिए वह बार-बार अधिकारियों से गुहार लगाता रहा है, लेकिन वेतन का भुगतान नहीं किए जाने से त्रस्त होकर उसने तहसील कार्यालय परिसर में पेड़ पर चढ़कर वीरूगिरी आंदोलन कर प्रशासन का ध्यानाकर्षण किया।
वेतन आ गया है
मानसी पाटील, तहसीलदार, आमगांव के मुताबिक राकेश बोरकर कोटवार से परिचर पद पर पदोन्नत होकर तहसील कार्यालय में कार्यरत है। उसके बकाया वेतन की प्रोसेस चल रही थी। ट्रेजरी में इसका पैमेंट आ गया है। शासकीय कार्रवाई में समय लगना स्वाभाविक है। इसके बावजूद उसने अपनी मांग के लिए गैरकानूनी मार्ग अपनाया। इसलिए उसे पुलिस के हवाले किया गया है।
Created On :   28 Feb 2023 7:37 PM IST