करियर का मजबूत विकल्प  है जेनेटिक इंजीनियरिंग

For Youth - Strong alternative career in Genetic engineering
करियर का मजबूत विकल्प  है जेनेटिक इंजीनियरिंग
करियर का मजबूत विकल्प  है जेनेटिक इंजीनियरिंग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जेनेटिक इंजीनियरिंग को बायोटेक्नोलॉजी की एक शाखा भी कह सकते हैं। बायोटेक्नोलॉजी में स्नातक करते हुए आप जेनेटिक इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। जेनेटिक इंजीनियर का काम है एक जीवित प्राणी के डीएनए को निकालकर रसायन या विकिरण के सहारे उसमें बदलाव करके वापस किसी प्राणी में स्थापित करना। वे यह भी अध्ययन करते हैं कि किस तरह एक पीढ़ी की खूबियां और उसकी विशेषताएं दूसरी पीढ़ी में पहुंच रही हैं।

रोजगार की संभावनाएं 
जेनेटिक इंजीनियरों के लिए चिकित्सा और दवा उद्योग, कृषि क्षेत्र और सरकारी तथा निजी संस्थानों के रिसर्च और डेवलपमेंट विभाग में रोजगार की संभावनाएं मौजूद हैं। शिक्षण का विकल्प भी चुन सकते हंै। भारतीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए गेट/जैम, जबकि विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए जीपीए, जीआरई/टोफेल का स्कोर और रिसर्च प्रोजेक्ट बहुत महत्त्वपूर्ण हैं।

फाइनेंस और अकाउंटेंसी में कॅरियर स्कोप
अकाउंटेंसी और फाइनेंस में करियर वास्तव में प्राइवेट या पब्लिक सेक्टर दोनों में ही अकाउंटेंसी और फाइनेंस प्रोफेशनल तथा स्पेशलिस्ट की आवश्यकता होती है। बीमा और अकाउंटेंसी फर्मों, निवेश बैंकिंग उद्योग, कराधान और कानून इत्यादि में अकाउंटेंसी और फाइनेंस प्रोफेशनल की मांग दिन प्रति दिन बढ़ रही है।

इस क्षेत्र में कई कॅरियर विकल्प
चार्टर्ड एकाउंटेंट, फाइनेंशियल एनालिस्ट, बैंकर, आयकर विशेषज्ञ, रिस्क एनालिस्ट, स्टॉक-ब्रोकर्स, अर्थशास्त्री और फोरकास्टिंग ऑडिटर्स।

आइए अब हम उन पाठ्यक्रमों को विस्तार में जाने जो अकाउंटेंसी और फाइनेंस में करियर बनाने में सहायक साबित होंगी

चार्टर्ड अकाउंटेंसी
चार्टर्ड अकाउंटेंसी 12वीं कक्षा के बाद अकाउंटेंसी और फाइनेंस में करियर बनाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प में से एक है. यह एक ऐसा प्रोफेशनल कोर्स है जिसके लिए छात्रों को निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है। यह कोर्स चार्टर्ड एकाउंटेंट एक्ट 1949 के तहत चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) संस्थान द्वारा शुरू किया गया था. जो छात्र 12वीं कक्षा के बाद चार्टर्ड एकाउंटेंसी में करियर बनाना चाहते हैं, वे इस पाठ्यक्रम का स्तर, योग्यता और करियर स्कोप यहाँ समझ सकते हैं।

सीए इंटरमीडिएट
सीपीटी कोर्से में क्वालीफाई होने के बाद छात्र सीए इंटरमीडिएट कोर्स कर सकते हैं. इसके अलावा, जिन छात्रों ने कम से कम 55% के साथ वाणिज्य में स्नातक किया है उन्हें सीपीटी परीक्षा नहीं देनी पड़ती है, यानी वे सीधे सीए आईपीसीसी में प्रवेश ले सकते हैं। आईपीसी कोर्स की परीक्षा वर्ष में दो बार यानि की मई और नवंबर में आयोजित की जाती है। सीए आईपीसी योग्य छात्र चार्टर्ड एकाउंटेंसी के अगले स्तर के लिए प्रवेश ले सकते हैं।

सीए फाइनल
सीए की इंटरमीडिएट स्तर की परीक्षा में योग्यता प्राप्त करने वाले छात्र सीए फाइनल के पाठ्यक्रम में आगे बढ़ने के पात्र होते हैं. सीए फाइनल के पाठ्यक्रम की योग्यता के बाद, छात्रों को योग्य चार्टर्ड एकाउंटेंट माना जाता है और वे अब इस क्षेत्र में अपना सफल करियर बना सकते हैं।

योग्यता
वे छात्र जिन्होंने स्टेट या नेशनल एजुकेशन बोर्ड से कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की शिक्षा प्राप्त की है।
छात्रों ने जून या दिसंबर सत्र के अनुसार अंतिम पंजीकरण तिथियों से पहले सीपीटी परीक्षा के लिए अपना पंजीकरण करवा लिया हो।
 

Created On :   3 Jun 2018 5:22 PM IST

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