तीन दिन से टकटकी लगाए बैठे वन विभाग को अब तक नजर नहीं आया बाघ

Forest department not yet seen the tiger sitting gazing for three days
तीन दिन से टकटकी लगाए बैठे वन विभाग को अब तक नजर नहीं आया बाघ
गोंदिया तीन दिन से टकटकी लगाए बैठे वन विभाग को अब तक नजर नहीं आया बाघ

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. आमगांव वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले जवरी गांव के समीप 28 अक्टूबर को एक बाघ का शावक दिखाई पड़ने की जानकारी ग्रामीणों से वन विभाग को मिलने के बाद सहायक वन संरक्षक प्रदीप पाटील, वन परिक्षेत्राधिकारी रवि भगत सहित वन कर्मचारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान वन्यजीव के पगमार्क ढुंढने का प्रयास किया गया। साथ ही आसपास के परिसर में कैमरा ट्रैप लगाकर वन्यजीव की हलचल पर नजर रखने का प्रयास किया जा रहा है। तीन दिनों के लगातार टकटकी लगाने के बावजूद बाघ अथवा तेंदुआ शावक कैमरे में कैद नहीं हुआ है। जबकि एक ग्रामीण द्वारा बनाए गए वीडियो में यह शावक स्पष्ट दिखाई पड़ा। 

वन विभाग के अधिकारी भी इस बात को मान रहे है कि शावक की उपस्थिती दिखाई पड़ी लेकिन वीडियो दूर से हाेने के कारण वह बाध है अथवा तेंदुआ यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसी के लिए कैमरा ट्रैप लगाया गया है। लेकिन तीन दिनों के जांच अभियान एवं ट्रैप लगाने के बावजूद यह शावक कहीं नजर नहीं आया। वन अधिकारियों का मानना है कि इस क्षेत्र में हिरण पाए जाने के कारण शायद शावक इधर भटककर अपने अभिभावक के साथ आ गया होगा एवं अब वह वापस क्षेत्र बदलकर चला गया होगा। लेकिन अभी केवल यह अनुमान है। इन दिनों खेतों में धान की कटाई का काम चल रहा है। जिसके कारण किसान वन क्षेत्र से सटे भागों में भी खेतों में जाते है। शावक दिखाई पड़ने के बाद से संपूर्ण परिसर में दहशत है एवं ग्रामीण खेतों में जाने से डर रहे है। वन विभाग अपनी ओर से संपूर्ण घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है एवं अनेक कर्मचारी भी क्षेत्र में तैनात किए गए है। हालांकि वन विभाग को पड़ताल के दौरान अब तक कुछ हाथ नहीं लगा है, लेकिन नागरिकों से सतर्क रहने का आव्हान किया गया है। 

क्षेत्र से चले जाने का अनुमान 

रवि भगत, वन परिक्षेत्र अधिकारी, आमगांव के मुताबिक बाघ अथवा तेंदुए का शावक इस क्षेत्र में दिखाई पड़ा यह ग्रामीणों की रिपोर्ट एवं बनाए गए वीडियो से स्पष्ट होता है। लेकिन अनुमान है कि वह शावक शायद भटककर इस क्षेत्र में आ गया होगा। दो-तीन दिन के लगातार सर्च अभियान के बाद भी कोई पता नहीं चल पा रहा हंै। इससे ऐसा लगता है कि वह क्षेत्र छोड़कर किसी दूसरे क्षेत्र में चला गया होगा। फिर भी वन विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं एवं ग्रामीणों को भी सतर्क रहने अथवा कोई लोकेशन पता चलने पर तुरंत विभाग को सूचित करने के लिए कहा गया हैं। 

 

Created On :   1 Nov 2022 8:00 PM IST

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