पूर्व गृहमंत्री देशमुख ने साईंबाबा के दर्शन किए और बाबासाहब को किया याद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एनसीपी के नेता व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख का लगभग 21 महीने के बाद शनिवार को नागपुर विमानतल पर आगमन हुआ। उनके स्वागत के लिए नागपुर, काटोल-नरखेड़ सहित पूर्व विदर्भ के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में विमानतल पर जुटे। ढोल-नगाड़ों और पुष्पवर्षा कर कार्यकर्ताओं ने उनका विमानतल पर जंगी स्वागत किया। उनके स्वागत के लिए कांग्रेस और शिवसेना के स्थानीय नेता भी पहुंचे। इस दौरान विमानतल से उनके सिविल लाइंस निवास तक भव्य रैली निकाली गई। इस मार्ग पर संघर्ष योद्धा का टैग लगाकर उनके स्वागत में होर्डिंग भी लगाए गए थे। इस दौरान विमानतल से रैली वर्धा मार्ग के साईं मंदिर पहुंची, जहां उन्होंने साईंबाबा के दर्शन किए। इसके बाद संविधान चौक में जाकर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा को अभिवादन कर अपने निवास के लिए प्रस्थान किया। दोपहर से शुरू हुई रैली देर शाम तक चलती रही।
गृहमंत्री का पद गंवाना पड़ा : कांग्रेस राष्ट्रवादी सरकार की 15 वर्ष की सत्ता में अनिल देशमुख हर बार मंत्री पद पर रहे। हाल में शरद पवार के विश्वासी के रूप में उन्होंने राजनीति में बाजी मारी। पवार के अत्यंत विश्वासी और करीबी के रूप में महाविकास आघाड़ी सरकार में उन्हें राज्य के गृहमंत्री की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी, लेकिन विवादों के कारण उन्हें आघाड़ी सरकार में गृहमंत्री का पद गंवाना पड़ा। राज्य के पूर्व पुलिस महासंचालक परमबीर सिंह की ओर से 100 करोड़ की वसूली करने के आरोप से राजनीति में विवाद गर्मा गया। इसके बाद केंद्र ने हस्तक्षेप कर उनके खिलाफ सीबीआई, ईडी और आयकर के छापों की झड़ी लगा दी। ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया। अंतत: 14 महीने वे जेल में रहे। पिछले महीने उन्हें जमानत मिली। हाल में उन्हें मुंबई से बाहर जाने की अनुमति मिली, जिसके बाद वे पहली बार शनिवार को नागपुर पहुंचे।
मेरे खिलाफ षड़यंत्र किया गया: देशमुख
कार्यकर्ताओं के स्वागत से गदगद और भावुक पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि संपूर्ण विदर्भ और उनके निर्वाचन क्षेत्र से आए कार्यकर्ताओं को देख बहुत खुशी हो रही है। 14 महीने तक मुझे झूठ मामले और आरोप में जेल में रखा गया। षड़यंत्र के तहत यह कारनामा रचा गया। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि सचिन वाझे के आरोप में कोई तथ्य नहीं है। कोई सबूत नहीं है। सचिन वाझे का आपराधिक रिकार्ड है। उस पर विश्वास नहीं कर सकते हैं। दो मामलों में वह पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। सरकार ने उसे निलंबित किया था। ऐसे व्यक्ति पर विश्वास नहीं रख सकते हैं।
यह थे उपस्थित
इस अवसर पर अनिल देशमुख की पत्नी आरती देशमुख, पुत्र व जिप सदस्य सलिल देशमुख, शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे, राज्य महिला आयोग की सदस्य आभा पांडे, पूर्व विधायक प्रकाश गजभिये, अनिल अहिरकर, दिलीप पनकुले, प्रवीण कुंटे, कांग्रेस नेता डॉ. बबनराव तायवाडे, शिवसेना नेता दुष्यंत चतुर्वेदी, प्रमोद मानमोडे आदि उपस्थित थे।
Created On :   12 Feb 2023 5:32 PM IST