पूर्व मंत्री रामदास कदम ने शिवसेना नेता पद छोड़ा, पार्टी से बाहर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को एक और झटका लगा है। प्रदेश के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने शिवसेना के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है। कदम के इस्तीफे के बाद शिवसेना ने भी कदम को पार्टी से निकाल दिया है। सोमवार को कदम ने उद्धव को पत्र लिखकर शिवसेना नेता पद से अपना इस्तीफा भेजा। जिसके बाद शाम को उद्धव के आदेश से कदम को शिवसेना से निकाल दिया गया। कदम के बेटे तथा रत्नागिरी दापोली सीट से शिवसेना के बागी विधायक योगेश कदम शिंदे गुट में शामिल हैं। इसके मद्देनजर कदम के भी शिंदे गुट में शामिल होने की संभावना है।
पत्र में की उद्धव की आलोचना
कदम ने उद्धव को लिखे इस्तीफे के पत्र में उनकी आलोचना की है। कदम ने कहा कि शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे ने शिवसेना नेता पद पर मेरी नियुक्ति की थी। लेकिन बालासाहब के निधन के बाद शिवसेना नेता पद का कोई महत्व नहीं रह गया है। इसलिए मैं शिवसेना के नेता पद से इस्तीफा दे रहा हूं। कदम ने उद्धव से कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद आपने शिवसेना के नेताओं को कभी विश्वास में नहीं लिया। शिवसेना में मुझे और मेरे बेटे विधायक योगेश कदम को कई बार अपमानित किया गया। कदम ने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले आपने मुझे अचानक मातोश्री पर बुलाकर मीडिया में न जाने का आदेश दिया था। मुझे मीडिया के सामने जाने से क्यों रोका गया था। इसका कारण मैं अभी तक समझ नहीं पाया हूं। कदम दो बार मंत्री रहे और शिवसेना ने उन्हे विपक्ष के नेता पद की भी जिम्मेदारी सौंपी थी।
कहा था कांग्रेस-राकांपा के साथ न बनाए सरकार
कदम ने कहा कि मैंने आपको साल 2019 में राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके सरकार न बनाने का आग्रह किया था। मगर आपने मेरी बात नहीं सुनी थी। कदम के इस्तीफे पर उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना सांसद विनायक राऊत ने कहा कि कदम पिछले तीन सालों से शिवसेना में सक्रिय नहीं थे। कदम शिवसेना के कुछ नेताओं से जुड़ी जानकारी भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया को उपलब्ध कराते थे। छह महीने पहले कदम का असली रूप सबके सामने आ गया था। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि कदम के बेटे विधायक योगेश कदम पहले दिन से हमारे साथ में हैं। कदम के साथ भी हमारी शुभकामनाएं थी। मैं जल्द ही कदम से बात करूंगा। इसके पहले बीते जून महीने में कदम ने कहा था कि मैं अपने बेटे योगेश कदम के बारे में कुछ नहीं कह सकता हूं। मगर मैं उद्धव ठाकरे के साथ हूं। मैं मरते दम तक शिवसेना के साथ रहूंगा। मैं किसी दूसरी पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा।
आनंदराव अडसुल को भी पार्टी से निकाला
शिवसेना ने अमरावती के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल को भी पार्टी से निकाल दिया है। आनंद ने गत 6 जुलाई को शिवसेना के नेता पद से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद अब शिवसेना ने आनंद को पार्टी से बाहर कर दिया है। आनंदराव के बेटे तथा पूर्व विधायक अभिजीत अडसुल शिंदे गुट के साथ हैं। आनंदराव प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के घेरे में है। आनंदराव साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अमरावती सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार नवनीत राणा से हार गए थे। राणा फिलहाल भाजपा के साथ हैं।
Created On :   18 July 2022 9:15 PM IST