धोखाधड़ी के चार मामले : बेरोजगारों को नौकरी, वृद्धा को घर, एडमिशन के नाम पर दिया झांसा

Four fraud cases on job to unemployed, house to old age, fraud in the name of admission
धोखाधड़ी के चार मामले : बेरोजगारों को नौकरी, वृद्धा को घर, एडमिशन के नाम पर दिया झांसा
धोखाधड़ी के चार मामले : बेरोजगारों को नौकरी, वृद्धा को घर, एडमिशन के नाम पर दिया झांसा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ता का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। उसने कई बेरोजगाराें को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया और फर्जी नियुक्ति-पत्र थमाकर उनसे लाखों रुपए ऐंठ लिए। प्रकरण उजागर होने पर शनिवार को पांचपावली थाने में उसके खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपी जगदीश रमेश करीहार (42), पांचपावली ठक्करग्राम निवासी है। एक पार्टी का कार्यकर्ता होने के साथ  वह जागृत सेवा बहुउदेशीय संस्था का अध्यक्ष है। इसके अलावा कई संस्थाओं का स्वघोषित पदाधिकारी भी है। 12 नवंबर 2017 से अब तक उसने कई बेरोजगारों को नागपुर महानगर पालिका में क्लर्क के पद पर नौकरी लगाने का झांसा दिया। उसने पीड़ितों को बता रखा था कि, वह महानगर पालिका की समन्वय समिति का सदस्य है। उसने नागपुर सहित भंडारा और गोंदिया में भी स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगाने देने का झांसा देकर पीड़ितों से लाखों रुपए लिए। पश्चात उनका फर्जी वेरिफिकेशन कर उन्हें फर्जी नियुक्ति-पत्र थमा दिए। जब पीड़ित नौकरी पर ज्वाइन करने पहुंचे तब इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। पीड़ितों ने जब अपने रुपए वापस मांगे, तो जगदीश ने उन्हें डराना-धमकाना शुरू कर दिया। रामेश्वर वामन भनारकर (32), बिनाकी मंगलवारी निवासी की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया गया है। मनपा में नौकरी लगाने का झांसा देकर आरोपी ने उससे 3.50 लाख रुपए ऐंठ लिए हैं। प्रकरण में पीड़ितों की संख्या बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जांच जारी है। 

बुजुर्ग महिला से 35 लाख की ठगी दो आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज

वहीं घर खरीदी-बिक्री करने का झांसा देकर एक बुजुर्ग महिला को ठगने का मामला उजागर हुआ है। दो लोगों के खिलाफ हिंगना थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। पीड़िता मूलत: पुणे, वर्तमान में न्यू सूभेदार ले-आउट निवासी सरस्वती भागवत बंगले (77) है।  आरोपी नीलेश ओमकार (30), वर्धा रोड स्थित संदेश सिटी और निखिल खड़नकर (32), सावीत्रीबाई फुले नगर निवासी है। 1 जनवरी 2013 से 28 फरवरी 2020 के बीच आरोपियों ने पीड़िता को वाजिब दाम में घर दिलाने का झांसा देकर उससे 35 लाख रुपए ऐंठ लिए, लेकिन उसे घर नहीं दिलाया। 

मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के नाम पर 11 लाख ऐंठे

सरकारी कोटे से एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर मुंबई के लोकमान्य तिलक मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सहित 4 लोगों के खिलाफ कन्हान के पिपरी-कन्हान निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर कन्हान पुलिस ने शुक्रवार को धारा 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।  जानकारी के अनुसार पिपरी निवासी हरीश मोतीराम तिवाड़े (52) अपनी बेटी को एमबीबीएस कोर्स के लिए प्रवेश कराना चाहता था। इस दौरान उसका परिचय एक परिचित के माध्यम से मुंबई सायन स्थित लोकमान्य तिलक मेडिकल कालेज के डॉ. राकेश वर्मा, सेमिनरी हिल्स नागपुर निवासी, शेखर रॉय उर्फ चंद्रशेखर आत्राम, खारघर, नई मुंबई निवासी, राजेश गुहा तथा लोकमान्य तिलक मेडिकल कॉलेज सायन, मुंबई निवासी डॉ. राकेश वर्मा के चपरासी से हुआ।हरीश ने अपनी बेटी का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने की बात कही, तो  चारों ने सरकारी कोटे से एमबीबीएस में प्रवेश दिलवाने की बात कहकर हरीश से समय-समय पर  11 लाख 9 हजार 200 रुपए लेकर हरीश के साथ धोखाधड़ी की। हरीश की शिकायत पर कन्हान पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है। मामले की जांच पुलिस उप-निरीक्षक जावेद शेख कर रहे हैं।
 

बंटी-बबली बनकर लाखों की ठगी

डबल रकम देने का झांसा देकर बंटी-बबली ने करीब आधा दर्जन महिलाओं को लाखोें रुपए से चूना लगा दिया है। बबली फिलहाल देह व्यापार के आरोप में जेल में बंद है। बंटी फरार है। शनिवार को बेलतरोड़ी थाने में प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपी बबली अर्चना शेखर वैश्यमपायन (38) प्रगति नगर निवासी है। उसका साथी बंटी फल विक्रेता राजकुमार भैयालाल गुप्ता (43), नवीन नगर निवासी है। धोखाधड़ी की घटनाएं 2 फरवरी 2019 से 12 जून 2021 के बीच हुईं। अर्चना पहले नरेंद्र नगर में किराए से रहती थी। मेस की आड़ में देह व्यापार संचालित करती थी। परिसर में परिचित महिलाओं को उसने यह बता रखा था कि, उसे प्लेन में यात्रियों के लिए भोजन उपलब्ध कराने का बड़ा ठेका मिला है। इसके लिए उसे दुकान का कमरा खरीदना है। कुछ रकम कम जा रही है। उसने परिचित पांच-छह महिलाओं को यह कहकर मदद मांगी थी कि, दस लाख रुपए के बदले वह बीस लाख रुपए देगी। झांसे में आकर से वर्षा राजेंद्रकुमार उमाटे (50) ने हाउस लोन उठाकर अर्चना को दस लाख रुपए दिए। बाकी महिलाओं ने डबल रकम मिलने के लालच में अपने पतियों से छिपाकर अर्चना और राजकुमार को रकम दी, लेकिन अभी तक उन्हें रकम वापस नहीं मिली है। करीब पंद्रह दिन पहले अपराध शाखा के सामाजिक सुरक्षा विभाग ने देह व्यापार करने के आरोप में अर्चना के अड्डे पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया है।  वह जेल में है। राजकुमार को सरगर्मी से तलाश किया जा रहा है। 

Created On :   13 Jun 2021 6:41 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story