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जंगल जैसा फील करेंगे, महाराजबाग में लोमड़ी को मिलेगा पत्थरों से बना घर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराज बाग के जानवरों को जंगल का माहौल देने की कवायद शुरू हो गई है। बाकायदा लोमड़ी के पिंजरे में तो पहाड़ी का निर्माण तक कर दिया गया। अब भालू और तेंदुए सहित अन्य जानवरों के पिंजरों में भी इसी तरह की व्यवस्था की जा रही है। खास बात यह है कि पिंजरों में पहाड़ी बनाने के लिए पत्थरों का इंतजाम हो गया है। जगह-जगह सड़क की खुदाई में बड़े पैमाने पर पत्थरों के टुकड़े निकल रहे हैं। इन्हीं पत्थरों का उपयोग इन पिंजरों में किया जा रहा है।
दो ट्रक पत्थर से लोमड़ी के पिंजरे में बनाई पहाड़ी
महाराजबाग में बने पिंजरों का लुक बदलने लगा है। अब इन पिंजरों में पत्थरों की पहाड़ियां नजर आएंगी। इसकी शुरुआत भी हो गई है। दो ट्रक पत्थरों से लोमड़ी के पिंजरे में पहाड़ी बनाई जा चुकी है। अब तेंदुआ व भालू के पिंजरे में पहाड़ी बनाने की कवायद शुरू हुई है। बाघ के बाड़े में वॉटर होल बनाया जा चुका है। तेंदुए के पिंजरे में पहले से ही एक सूखे पेड़ का हिस्सा रखा गया है। इस पर तेंदुआ चढ़कर आराम फरमाता है। इसके अलावा उन्हें जंगलों में पत्थरों की पहाड़ियों पर चढ़ने का बैठने की आदद होती है। ऐसे में उनके लिए छोटी-छोटी पहाड़ियां उन्हीं के पिंजरें में उपलब्ध कराया जा रहा है।
भालू व तेंदुए के पिंजरे में भी क्रेन की मदद से रखे जा रहे पत्थर
इन दिनों शहर में कई जगह सड़क किनारे खुदाई चल रही है। इन स्थानों पर बड़े-बड़े पत्थर निकल रहे हैं। यह पत्थर सड़क के किनारे बेकार पड़े रहते हैं। ऐसे में इन पत्थरों को पिंजरों में जमा कर इनकी छोटी-छोटी पहाड़ियां बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। भालू व तेंदुए के पिंजरों में पत्थरों को क्रेन की मदद से एकसाथ जमाया जा रहा है। फिलहाल यहां 2 ट्रक ही पत्थर लाये गये हैं। आगे और भी पत्थर लाए जाएंगे।
प्रभारी, महाराजबाग सुनील बावस्कर के मुताबिक जंगल में रहनेवाले वन्यजीवों को पत्थरों की पहाड़ियों पर बैठने से लेकर मस्ती करते हुए हमेशा देखा जा सकता है। पिंजरे में रहनेवाले वन्यजीवों को इस तरह का माहौल मिलने के उद्देश्य से पत्थरों को मंगाया जा रहा है।
Created On :   27 Feb 2020 9:34 PM IST