राइस क्वीन बासमती की खुशबू हुई महंगी, ब्रैन्डेड चावल के दाम पहुंचे 200 रूपए प्रति किलो

Fragrance of Rice Queen Basmati became expensive
राइस क्वीन बासमती की खुशबू हुई महंगी, ब्रैन्डेड चावल के दाम पहुंचे 200 रूपए प्रति किलो
अकोला राइस क्वीन बासमती की खुशबू हुई महंगी, ब्रैन्डेड चावल के दाम पहुंचे 200 रूपए प्रति किलो

डिजिटल डेस्क, अकोला. राइस क्वीन कहे जाने वाले बासमती के दाम में इस वर्ष जबरदस्त उछाल आया है। इसके बढ़ते दाम को लेकर लगता है घरो में इसकी खुशबू अब कम महकने लगेगी। चावल के 6 वेराईटीज में से ब्रैन्डेड बासमती के दाम लगभग 150 रू. से लेकर 200 रूपए प्रति किलो तक पहुंचे है। जिससे कुछ ही घरों में उसकी खुशबू महक सकती है, ऐसा लगने लगा है। अन्य किस्मो का चावल 40 रू. से लेकर 75 रू. तक बिक रहा है। पहले से महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़कर पूरा बजट गड़बड़ा दिया है। ऐसे में रोज की थाली में बिना दाल-चावल का भोजन तो पूरी तरह से अधूर हो जाता है। फरवरी में नए चावल का माल बाजार में उपलब्ध हुआ है। 

लेकिन पुराना चावल जल्द पकता है, इसलिए कुछ लोग पुराने चावल खरीदने को और कुछ लोग नया चावल खरीदने को अपनी पसंदी दर्शा रहे है, ऐसी जानकारी अनाज विक्रेता ने इस संदर्भ में दी है। उन्होंने कहा कि, पंजाब, हरियाणा की तरफ धान की खेती बड़े पैमाने पर किसान लेते है। प्राकृतिक की अनियमितता के कारण धान की खेती का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है। जिससे उत्पादन में काफी गिरावट आई है। सभी प्रकार के चावल को दुनियाभर में बड़े पैमाने पर मांग होती है। उत्पादन में कमी और मांग बढ़ने से दाम में काफी इजाफा हो जाने का अनाज विक्रेता से बताया गया है। बासमती का भाव इसलिए ज्यादा हैं क्योंकि इसकी उपज बहुत कम है और यह क्वॉलिटी में बेस्ट हैं। कम पैदावार की वजह से इसका दाम सबसे ज्यादा है। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष दाम में थोड़ी बहुत तेजी-मंदी रही है। सालभर स्टोअर कर रखने के लिए कई लोग नए चावल को खरीदना पसंद करते है तथा पुराना चावल जल्द पकता है इसलिए कुछ लोग इसे खरीदना पसंद करते है। चावल छह किस्मो का रहता है।

जिसमें आंबेमोहर, ब्रैंडेड बासमती, एचएमटी, मसूरी, कालीमुछ, चिन्नोर इस तरह के किस्मो का चावल है। जिसके दाम भी अलग-अलग है। आंबेमोहर 75 रू. किलो, ब्रैन्डेड बासमती 150 से 200 रूपए किलो, एचएमटी 40 से 45 रू. किलो, मसूरी 30 से 40 रू. किलो, कालीमुछ 55 से 70 रू. किलो, चिन्नोर 50 से 60 रूपए किलो बिक रहा है। इन सभी के टुकडी चावल मिलता है, जो इनके दामो से थोड़ा सस्ता रहता है। पुराना चावल स्वादिष्ट होने से लोग ज्यादा पसंद करते हैं। यह अच्छी तरह से पकता भी है। महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को एक बार फिर से चावल के दामों ने परेशान कर दिया है।

क्यों बढ़ गए बासमती के दाम  {कारोबारी का कहना है कि, पंजाब, हरियाणा साईड बासमती धान की उपज इस साल कम रही है। लगभग 15 फीसदी कम रोपाई होने का बताया है। इसके अलावा कटाई के समय मौसम खराब होने से फसल का काफी नुकसान हुआ। जिसमें बासमती धान की फसल तबाह हुई थी। इसलिए उत्पादन में कमी आई और इसकी दुनियाभर में मांग रहने से दाम में उछाल आया है। 
 

 

Created On :   19 Feb 2023 4:31 PM IST

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