12 लाख की निधि नहीं हुई खर्च, स्कूल भी सामग्री से रहे वंचित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला परिषद के शिक्षण विभाग ने पूर्व विधायक नागो गाणार से स्कूलों में साहित्य खरीदी के लिए दी गई निधि की आवश्यक प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं होने से यह निधि खर्च नहीं हो पाई। स्कूल भी साहित्य से वंचित रहे। अब उक्त निधि जिलाधिकारी कार्यालय को लौटा दी गई है। विशेष यह कि अब यह निधि वापस जिप को वापस करने के लिए शिक्षण विभाग द्वारा पत्र-व्यवहार शुरू करने की जानकारी है। नागो गाणार विधानपरिषद पर विधायक थे, उस समय 12 लाख की निधि जिप को दी थी। इस निधि से 10 निजी अनुदानित स्कूलों में वॉटर कूलर और वॉटर फिल्टर दिए जाने वाले थे। इसके लिए प्रति स्कूल 1 लाख दिए जाने थे। यह निधि जिप के शिक्षण विभाग के पास दो साल पूर्व दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक, निधि खर्च करने के लिए आवश्यक प्रस्ताव तैयार कर सभी प्रक्रिया पूरी करना जरूरी होता है। इसमें निविदा प्रक्रिया का भी समावेश होता है। यह टेबल उस समय जिस कर्मचारी के पास था, उसने यह आवश्यक प्रक्रिया पूरी नहीं की। फाइल तैयार करने में विलंब होने से निधि समय पर खर्च नहीं हो सकी, जिस कारण यह निधि वापस चली गई है। फलत: अब स्कूलों को भी साहित्य से वंचित रहना पड़ रहा है। रोहिणी कुंभार, प्राथमिक शिक्षणाधिकारी के मुताबिक समय पर निधि खर्च नहीं होने से निधि वापस गई है। किन्तु वह वापस मिले, इसके लिए जिलाधिकारी कार्यालय से पत्र-व्यवहार किया गया है।
Created On :   13 Feb 2023 6:57 PM IST