4 दिन में ही मुर्झाने लगी 40 करोड़ की हरियाली

Greenery worth 40 crores started withering in 4 days
4 दिन में ही मुर्झाने लगी 40 करोड़ की हरियाली
मेहमान गए, रौनक गई 4 दिन में ही मुर्झाने लगी 40 करोड़ की हरियाली

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सप्ताह भर पहले ही सी-20 बैठक के लिए पूरे शहर को आकर्षक रोशनी और हरियाली से सजाया गया था। बैठक समाप्त होते ही हरियाली मुर्झाने लगी है। शहर भर में करीब 2 लाख से अधिक पौधों को खरीद कर लगाया गया था। आकर्षक पाम के पौधे विदर्भ की उमस और धूप को सहन नहीं कर पाए। इसी तरह अजनी चौक, नरेन्द्र नगर, वर्धा रोड समेत कई इलाकों के रोड डिवाइडर पर आकर्षक पौधे और फूलों की पौध उखड़ चुकी है। कई स्थानों पर तो देखभाल के नाम पर सूखे पौधों की सिंचाई की जा रही है। उद्यान विभाग के अधिकारियों का दावा है कि ठेका एजेंसी को देखभाल की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन कोई भी व्यवस्था नहीं है। बहरहाल, महज सप्ताह भर पहले लगाए गए करोड़ों के पौधे और पेड़ों के बुरे हाल हैं।

अवशेष ही नजर आ रहे : मिहान पुल के समीप लैंड स्केपिंग किनारे पाम के आकर्षक पेड़ खड़ा किए गए थे। देखभाल के अभाव में इन पेड़ों ने दम तोड़ दिया है। इन पेड़ों के ठूंठ जैसे अवशेष नजर आ रहे हैं। सी-20 की तैयारी में उद्यान विभाग ने करीब 40 करोड़ की लागत से प्रमुख रास्तों पर पौधे और आकर्षक फूलों के पौधे लगाए थे। अजनी चौक पर तोप के किनारे लगे 40 फीट की परिधि के पौधे पूरी तरह से सूखने की कगार पर आ गए हैं। कई पौधे उखड़ भी गए हैं। यही स्थिति वर्धा रोड पर चिंचभवन से मिहान पुल तक की बन चुकी है।

सी-20 की बैठक के मद्देनजर शहर में वर्धा रोड की हरियाली और आकर्षक रोशनाई समेत कृत्रिम ढांचे से सजावट की गई थी। करीब 5.7 किमी क्षेत्र में कृत्रिम कमलकुंड और संतरा की प्रतिकृति से सजाया गया था। रोड डिवाइडर पर पौधे और पाम पेड़ों को होटल प्राइड, मेट्रो स्टेशन परिसर, एयरपोर्ट के प्रवेश द्वार मिहान का पुल समेत अन्य इलाकों में देखा जा सकता है। इन कामों में मुंबई की आर्किटेक्ट एजेंसी की संकल्पना पर स्थानीय ठेका एजेंसियों ने शहर और विदर्भ की पहचान वाली फाइबर से निर्मित कलाकृतियों को तैयार किया था। पारंपारिक कलाकृति निर्माण, टाइगर कैपिटल, ट्रैंगल बैट, कमलदल में जी-20 प्रतीक चिह्न के अलावा कई अन्य कलाकृतियों को साकार किया गया था।

नजर नहीं आ रही जवाबदेही : शहर की सीमा वाले इलाकों में रोड डिवाइडर की विशेष रूप से हरियाली की गई। इसके लिए असम से करीब 200 फीट से अधिक हरी घास और दक्षिण राज्य के राजमुंद्री से पाम और कोलकाता से फाक्सटेल पाम के पेड़ लाए गए थे। पुणे के अलावा सोलापुर से बकुल के बड़े पौधों को भी लाकर लगाया गया। मौसमी फूलों को भी डिवाइडर पर लगाया गया। हालांकि अब इन सभी सौंदर्यीकरण और पौधारोपण की देखभाल और जिम्मेदारी के लिए कहीं जवाबदेही नजर नहीं आ रही है।

सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लेंगे

अमोल चौरपगार, प्रभारी अधीक्षक, उद्यान विभाग, मनपा के मुताबिक सी-20 की बैठक के लिए शहर भर में सौंदर्यीकरण और आकर्षक पौधों को लगाया गया है। इन पौधों को देखभाल और विकसित करने के लिए भी ठेका एजेंसी को नियुक्त किया गया है। एजेंसी की ओर से पौधों को नियमित रूप से पानी देने के साथ ही सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। जल्द ही सर्वेक्षण कर पौधों की स्थिति का जायजा लेंगे।

Created On :   27 March 2023 12:16 PM GMT

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