47 गांवों की मोबाइल स्वास्थ्य सेवा बंद

डिजिटल डेस्क, नागपुर. केन्द्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने की घोषणा की जा रही है, लेकिन राज्य सरकार के ही स्वास्थ्य विभाग ने बरसों से संचालित होने वाली मोबाइल वाहन स्वास्थ्य सेवा को अचानक बंद कर दिया है। इस सेवा में मोबाइल बस में स्वास्थ्य जांच, उपचार और छोटी शल्य क्रिया को भी पूरा किया जाता था। जिले के 47 गांवों के लिए दो वाहन और संभाग के 5 जिलों के लिए भी वाहन मुहैया कराए गए थे, लेकिन मार्च 2022 में बगैर कोई कारण बताए स्वास्थ्य विभाग ने इस सेवा को ही बंद कर दिया। वाहनों को जमा कर माताकचेरी परिसर की कार्यशाला में रख दिया गया है। कई माह से वाहनों के पड़े रहने से इनके कबाड़ में तब्दील होने की नौबत आ गई है। इनमें से सुमो वाहनों को तो सरकारी अस्पतालों में भेजा गया है, लेकिन मोबाइल बसें अब भी खड़ी हैं। हैरानी की बात यह है कि इसी योजना को अमल में लाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार पूरी शिद्दत के साथ आगे बढ़ रही है।
यह था उद्देश्य : जिला सामान्य अस्पताल, उपजिला अस्पताल तक नहीं पहुंच पाने वाले गांवों के नागरिकों के लिए मोबाइल स्वास्थ्य सेवा वाहनों को आरंभ किया गया था। साल 2012 में स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से इन वाहनों की सेवा आरंभ की गई थी। भंडारा में 2, चंद्रपुर में 2, गोंदिया में 3, वर्धा में 2, गड़चिरोली में 4 और जिले के लिए 2 वाहन आवंटित किए गए थे। इन वाहनों की बदौलत स्वास्थ्य शिविर लेकर नागरिकों का उपचार किया जा रहा था।
Created On :   5 Feb 2023 7:55 PM IST