बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों का भारी नुकसान

डिजिटल डेस्क, अकोला. बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से हुए नुकसान का संयुक्त पंचनामा जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश जिलाधिकारी नीमा अरोरा ने दिए। जिले में विगत 6 मार्च से से अलग-अलग दिनों में विभिन्न इलाकों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाएं आई हैं। इस संबंध में आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के तीन तहसील बार्शिटाकली, पातुर, तेल्हारा में आपदा आई है। इनमें बार्शिटाकली तहसील के 10, पातुर तहसील के 23 और तेल्हारा तहसील के 17 गांवों में भारी नुकसान हुआ है। प्रारंभिक पंचनामा से पता चला है कि तीनों तहसीलों में 3721 किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ हैं।
आरोग्य, कृषि विभागों को दिए निर्देश
जिलाधिकारी नीमा अरोरा ने सोमवार को जिले में कर्मचारियों की हड़ताल से सरकारी कार्यालयों के कामकाज पर पड़ने वाले प्रभाव की समीक्षा की। इस बैठक में उपजिलाधिकारी संजय खडसे, सदाशिव शेलार, जीएमसी अधिष्ठाता डॉ. मीनाक्षी गजभिए, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश असोल, जिला कृषि विकास अधिकारी डा मुरली इंगले, जिला कोषागार अधिकारी मंजीत गोरेगांवकर, जिला योजना अधिकारी गिरीश शास्त्री, उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जयश्री दुतोंडे, जिला महिला अस्पताल की अधीक्षिका डॉ. आरती कुलवाल समेत विभिन्न विभागों के प्रमुख मौजूद रहे। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं और आवश्यक सेवाओं की समीक्षा की गई। आवश्यक सेवाओं में किसी प्रकार की बाधा न हो इसका ध्यान रखा रखने, प्राकृतिक आपदाओं के कारण उत्पन्न होने वाले कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश भी जिलाधिकारी की ओर से दिए गए है।
प्रभावित क्षेत्रों का जिलाधिकारी ने लिया जायजा
जिलाधिकारी नीमा अरोरा व जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी डॉ. मुरली इंगले ने सोमवार को ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। पातुर तहसील में 17 से 18 मार्च के बीच हुई भारी ओलावृष्टि से फसलें खराब हुई थी। दौरे के दौरान पातुर तहसीलदार दीपक बाजड़, तहसील कृषि अधिकारी पातुर, मंडल कृषि अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक, तलाठी, कृषि सहायक, ग्राम सेवक और प्रभावित किसान उपस्थित थे । जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग को तत्काल पंचनामा कराने का आदेश दिया। इस समय उन्होंने देर शाम तक मौजे आस्टुल, कोठारी खू, कोठारी बू परिसर के प्रभावित खेतों का निरीक्षण किया।
कुल 3476.17 हेक्टेयर क्षेत्र को नुकसान हुआ है। इस बीच निवासी उपजिलाधिकारी संजय खडसे ने बताया कि अब तक 797.17 हेक्टेयर क्षेत्र में 19 गांवों का पंचनामा और 1237 किसानों का पंचनामा पूरा हो चुका है। जिलाधिकारी नीमा अरोरा ने आज सुबह क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में राजस्व, कृषि एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संयुक्त पंचनामा पूरा करने के संबंध में समीक्षा बैठक की. उन्होंने प्राकृतिक आपदा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए निर्देश दिये कि कर्मचारी अपना पंचनामा कार्य समय से पूर्ण कर उस तत्काल प्रस्तुत करें ।
Created On :   21 March 2023 5:11 PM IST