भारी वर्षा की चेतावनी : नदी किनारे रहनेवालों को सतर्क रहने की अपील, लबालब हुए जलाशय

Heavy rain warning : Appeal to be alert for riverbank areas
भारी वर्षा की चेतावनी : नदी किनारे रहनेवालों को सतर्क रहने की अपील, लबालब हुए जलाशय
भारी वर्षा की चेतावनी : नदी किनारे रहनेवालों को सतर्क रहने की अपील, लबालब हुए जलाशय

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी समेत विदर्भ के कई जिलों में भारी वर्षा होने की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन ने नदीं किनारे व आसपास रहनेवाले लोगों को सतर्कता बरतने को कहा है। नदी में उतरने से तौबा करने के अलावा किसी भी सूरत में नदी या नाला पार करने की कोशिश नहीं करने को कहा है। जिले के जलाशय पानी से लबालब हो रहे है। बंगाल की खाडी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से नागपुर समेत विदर्भ के भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली, गोंदिया व वर्धा जिले में भारी बारिश होने की संभावना बढ़ गई है। अगले तीन दिनों तक नागपुर समेत विदर्भ के कई जिलों में भारी बारिश होने का खतरा है। जिले के कई जलाशयों में 60 फीसदी से ज्यादा पानी जमा हो गया है आैर अगले तीन दिनों तक भारी वर्षा की चेतावनी से जलाशय लबालब होने का खतरा बढ़ गया है। जलाशय लबालब होने पर गेट खोलकर पानी की निकासी की जाती है। ऐसी सूरत में पानी गांवों में घुसने का खतरा बढ़ जाता है। नदी किनारे के गांवों के लिए खतरा ज्यादा होता है। प्रशासन ने किसी भी सूरत में नदी, नाले में प्रवेश नहीं करने व जिन पुलों पर से पानी बहता है, उसे पार नहीं करने की हिदायत दी है। लगातार बारिश से स्ट्रीट लाइट में करंट फैलने का खतरा रहता है। इसे देखते हुए बिजली के खंबों से दूर करने को कहा है। जानवरों को नदी पात्र से दूर सुरक्षित जगह ले जाने की सूचना दी गई है। बहते पानी में तैरने की कोशिश कोई न करे। जिला प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है आैर अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की गी है। लोग टोल फ्री आपत्कालीन नं. 1077 पर जानकारी देकर तुरंत मदद प्राप्त कर सकते है।

ये जलाशय लबालब

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की आेर से बताया गया कि जिले के कान्होलीबारा (हिंगणा), पांढराबोडी, मकरधोकडा, सायकी (उमरेड), कार (नरखेड) आदि मध्यम जलाशय 100 फीसदी व नांद (उमरेड) 82 फीसदी, निम्न वेणा वडगाव (उमरेड) जलाशय 87 फीसदी भरा है।

दिन में रही उमस

बुधवार को दिन भर हुई बारिश से मौसम ठंडा हो गया था। रात को ठंड का एहसास हुआ। गुरुवार को धूप खिलते ही उमस महसूस हुई। गुरुवार को दोपहर बाद कुछ स्थानों पर हल्कि बारिश हुई, लेकिन उमस का एहसास होता रहा। गुरुवार को नागपुर का अधिकतम तापमान 32.5 व न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहेंगे और भारी वर्षा हो सकती है।


गड़चिरोली में बारिश थमी, लेकिन समस्या बरकरार

बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित गड़चिरोली जिले में गुरुवार को बारिश थमी रही लेकिन आनेवाले दो दिन जिले के लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं। जिला प्रशासन ने शुक्रवार और शनिवार को जिले में रेड अलर्ट जारी किया है। मूसलाधार बारिश की संभावना को देखते हुए आगामी 2 दिनों तक जिले के सभी स्कूल और महाविद्यालयों को बंद रखने का निर्णय जिला प्रशासन ने लिया है। गुरुवार को गड़चिरोली की पर्लकोटा नदी शांत होने से भामरागढ़ आलापल्ली मार्ग का यातायात पूर्ववत शुरू रहा। एटापल्ली तहसील की बांडे नदी भी शांत रही। जबकि एटापल्ली का डुम्मे नाला गुरुवार को भी उफान पर रहा। इससे क्षेत्र के तकरीबन 10 गांवों का संपर्क दूसरे दिन भी तहसील मुख्यालय से कटा रहा। मुलचेरा की दीना नदी के शांत होने से मुलचेरा-आष्टी और मुलचेरा-आलापल्ली का यातायात सुचारु रहा। 

चंद्रपुर की चिमूर तहसील में अतिवृष्टि के कारण करीब डेढ़ सौ एकड़ की धान फसल बह गई। उधर कोरपना तहसील के अमलनाला व पकड़ीगुड्डम तालाब शत प्रतिशत भर जाने से यहां जलप्रपात बह रहा है। इसका आनंद उठाने पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। 

वर्धा जिले की तीन तहसीलों ( सेलू, आर्वी, आष्टी ) में अतिवृष्टि होने से खेत तालाब में तब्दील हो गए हैं। लाला नाला तालाब के पांच गेट खोल दिए गए हैं और समीपस्थ गांवों के नागरिकों को सतर्कता बरतने की सूचना दी गई है। सेलू शहर के वडगांव मार्ग पर स्थित घरों में पानी  घुस गया। पिपरी गांव के पास के नाला उफान पर होने से रासा, घोणसा, पिपरी गंाव का संपर्क टूट  गया है। रोहणा की भोलश्वरी नदी में बाढ़ आने से गांव में जाने वाला मार्ग बंद हो गया है।

अमरावती जिले के मोर्शी शहर में बुधवार को आई बाढ़ से पीडि़त परिवारों को पालकमंत्री डॉ. अनिल बोंडेे ने १५ हजार व ग्रामीण इलाके के परिवार को १० हजार रुपए मुआवजे की घोषणा की। 
 

करंट से तीन की मौत, एक घायल 

उधर विदर्भ के वर्धा और भंडारा जिले में हुई अलग-अलग घटनाओं में करंट तीन लोगों की मौत हो गई तथा एक व्यक्ति घायल हो गया। वर्धा जिले की सिंदी मेघे ग्राम पंचायत के हिन्द नगर जैतवन बुद्ध विहार परिसर में कपड़े प्रेस करते समय रोहित मेश्राम(२४) को करंट लग गया। उसे बचाने उसकी मां दीपाली मेश्राम(४२) आई तो उसे भी करंट ने जकड़ लिया। इसके बाद दीपाली के पति सिद्धार्थ मेश्राम लाठी लेकर दोनों को बचाने आए तो उन्हें भी करंट लग गया। किसी तरह पड़ोस के नागरिकों ने विद्युत आपूर्ति खंडित की और तीनों को सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां उपचार के दौरान दीपाली और उसके पुत्र रोहित ने दम तोड़ दिया जबकि सिद्धार्थ का उपचार जारी है। बताया जाता है कि दीपाली सिंदी मेघे ग्राम पंचायत की सदस्य थी। दूसरी ओर भंडारा के इंजेवाड़ा निवासी तीन वर्षीय चैतन्य राहुल काशीवार की कूलर से करंट लगने से मौत हो गई। 

Created On :   5 Sept 2019 10:28 PM IST

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