दुल्हा बने जगन्नाथ की रथों में निकली ऐतिहासिक सवारी

Historic ride in the chariots of Jagannath as the bridegroom
दुल्हा बने जगन्नाथ की रथों में निकली ऐतिहासिक सवारी
पन्ना दुल्हा बने जगन्नाथ की रथों में निकली ऐतिहासिक सवारी

डिजिटल डेस्क, पन्ना। उडीसा राज्य के पुरी की तर्ज पर पन्ना में रथयात्रा महोत्सव का पौंने दो साल से अनवरत रूप से आयोजन होता आ रहा है। पुरी के बाद पन्ना की रथयात्रा को सबसे प्राचीन रथयात्रा माना जाता है। रथयात्रा की प्राचीनता एवं ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-१९ के संक्रमण के उस दौर जब लॉकडाउन लगा हुआ था उस समय भी रथयात्रा की परम्परा न टूटे इसके लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष रूप से श्रृद्धालुओं की गैर मौजूदगी में पुलिस और प्रशासानिक प्रबंधन में रथयात्रा को निकाले जाने की अनुमति दी गई थी। पूर्व के दो वर्षों के दौरान भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा का बिना भक्तों के आयोजन किया गया था और इस वर्ष कोविड-१९ के संक्रमण का प्रभाव समाप्त हो जाने के बाद फिर उसी पुरानी राजशाही ठाठबाट के साथ आज पन्ना में रथयात्रा महोत्सव का आगाज हुआ। परम्परा के अनुसार पन्ना शहर स्थित जगदीश स्वामी मंदिर बड़ा दिवाला से भगवान जग्गनाथ स्वामी, बहिन देवी सुभद्रा तथा बड़े भाई बलभद्र के विग्रहों को बारी-बारी से आसनों में बैठाते हुए निकाला गया तथा रथों में विराजमान कराया गया। रथों में आरूढ़ भगवान की वेद-मंत्रोच्चारण के साथ पुजारियों द्वारा पूजा-अर्चना की गई। विजय घण्टा और शंखों के निनाद के साथ ही बैण्ड-बाजों के साथ भगवान जग्गनाथ स्वामी, बहिन देवी सुभद्रा एवं बड़े भाई बलभद्र तथा हनुमान जी महाराज की आरती उतारी गई। भगवान की पूजा-अर्चना एवं आरती उतारी गई। इसके साथ ही साथ महाराज पन्ना राघवेन्द्र सिंह जू देव सहित श्रृद्धालुगणों द्वारा सबसे पहले भगवान बलभद्र जी के रथ को हांथ लगाते हुए आगे बढ़ाया और इसके बाद बहिन सुभद्रा जी का रथ आगे बढ़ा। दूल्हा बने भगवान जग्गनाथ जी के रथ को श्रृद्धा  भक्ति भाव एवं जयकारों के साथ आगे बढ़ाया गया और इसके साथ ही शुरू हो गई पन्ना की रथयात्रा। मंदिर के मुख्य पुजारी राकेश गोस्वामी द्वारा भगवान की पूजा अर्चना का कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया। इस रथयात्रा महोत्सव में प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में अपर कलेक्टर जे.पी. धुर्वे सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी तथा हजारों की संख्या में श्रृद्धालुगण शामिल रहे। जगदीश स्वामी मंदिर से शुरू हुई रथयात्रा के साथ रथयात्रा में शामिल हजारों बाराती खुशियों के साथ बैण्ड-बाजों के साथ नाचते-गाते हुए जय-जयकारे करते हुए भगवान के रथों को आगे बढ़ा रहे थे। सडक़ों के अलावा घरों और बारजों में लोग भगवान के दर्शन के लिए आतुर थे। परम्परा के साथ भगवान के रथ जब श्री बल्देव जी मंदिर पहुंचे तो पुजारियों द्वारा मंदिर की ओर से आरती उतारी गई इसके बाद रथयात्रा गोविन्द जी मंदिर पहुुंची यहां भी आरती उतारी गई। बड़ा बाजार चौराहा में किशोर जी मंदिर की ओर से मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान जग्गनाथ स्वामी बड़े भाई बलभद्र एवं बहिन सुभद्रा की आरती उतारी गई। अजयगढ़ चौराहे सहित जगह-जगह मिठाईयां बांटी गयी। रथ यात्रा की सुरक्षा में भारी पुलिस बल तैनात रहा।
बारात में नाची दलदल घोड़ी, बजे बैण्ड-बाजे 

ेउड़ीसा की तर्ज पर पन्ना में रथयात्रा का आयोजन होता है। बुंदेली संस्कृति के साथ इस मान्यता को लेकर कि भगवान की बारात रथयात्रा के रूप में निकलती चली आ रही है। हर वर्ष की तरह आज रथ यात्रा महोत्सव के शुभारंभ में शामिल होने के लिये बुंदेलखंड के विभिन्न जिलो के अलावा महाकौशल एवं विंध्य से भी बड़ी संख्या में श्रृद्धालुगण रथ यात्रा को देखने के लिये पहुंचे।  भगवान की बारात में बुंदेली प्रसिद्ध नृत्य दलदल घोड़ी साथ चल रहा था। बारात में बज रहा रमतुला भगवान की शाही सवारी रथों में सवार होकर निकली। पूरा नगर भगवान के जय घोषो से गुंज उठा। विजय घंट और शंक भगवान का गुणगान कर रहे थे। 
लखूरन में होगा पड़ाव 
शाम को जग्गनाथ स्वामी मंदिर से बारात के रूप में भगवान जग्गनाथ स्वामी की रथयात्रा शुरू हो गई। बल्देव जी मंदिर बड़ा बाजार स्थित शहर के मार्ग से गुजरते हुए रथ अजयगढ़ चौराहा पहुंचे इस लंबे मार्ग के दोनों ओर भगवान के दर्शन करने एवं आरती उतारने के लिए श्रृद्धालुओं का समूह मौजूद था।  जगदीश स्वामी मंदिर से शुरू हुई रथयात्रा का पहला पड़ाव रात्रि में लखूरन में हुआ। भगवान चौथ को जनकपुर पहुंचेगे जहां पर उनका टीका होगा। 
नन्हा दिवाला से भी निकली रथयात्रा 
मुख्य रथयात्रा के साथ ही पन्ना नगर के अन्य जगदीश स्वामी मंदिरों नन्हा दिवाला जगदीश स्वामी मंदिर से काष्ठ रथ में देवी सुभद्रा, भगवान बलभद्र तथा जगत के नाथ जगदीश स्वामी की नैनाभिराम प्रतिमाओं को रथों में अरूढ़ कराते हुये परम्परा के अनुसार रथयात्रा की शुरूआत की। पन्ना नगर में आज एक साथ ऐतिहासिक रथयात्रा में बड़ा दिवाला से निकले तीन रथों जिनमें बहिन सुभद्रा, बड़े भाई बलभद्र, भगवान जगन्नाथ स्वामी की शाही सवारी रथयात्रा के रूप में निकली।

Created On :   2 July 2022 5:18 PM IST

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