राज्य सरकार के फैसले से सदमे में है होटल इंडस्ट्री, नागपुर में रेस्टोरेंट खोलने देने की मांग 

Hotel industry is in shock due to the decision of the state government
राज्य सरकार के फैसले से सदमे में है होटल इंडस्ट्री, नागपुर में रेस्टोरेंट खोलने देने की मांग 
राज्य सरकार के फैसले से सदमे में है होटल इंडस्ट्री, नागपुर में रेस्टोरेंट खोलने देने की मांग 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी के बावजूद राज्य में होटल और रेस्टारेंट शाम चार बजे तक ही खुले रह सकते हैं। दुकानदारों और दूसरे क्षेत्र के लोगों को तो सरकार ने राहत दी है लेकिन होटल इंडस्ट्री अब भी पाबंदियों के घेरे में हैं। होटल मालिक इससे काफी नाराज हैं। होटल एंड रेस्टारेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया (एचआरएडब्ल्यूआई) ने मंगलवार को जारी बयान में कहा है कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान 11 महीने और दूसरी लहर के दौरान चार महीने होटल इंडस्ट्री बंद रही। ऐसे में सरकार के ताजा आदेश से इंडस्ट्री से जुड़े लोग सदमें में हैं। 

राज्य में 25 जिले ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी दर एक फीसदी से कम है। नागपुर में तो यह आधा फीसदी से भी कम है। इसके बावजूद इन जिलों में तीसरे स्तर की पाबंदियां लागू हैं और रेस्टोरेंट खोलने नहीं दिया जा रहा है। ज्यादातर पड़ोसी राज्य ने लॉकडाउन में काफी ढील दे दी है। गुजरात में रात 10 बजे तक व्यावसायिक गतिविधियां चल सकतीं हैं।

समारोहों में 400 लोग शामिल हो सकते हैं। कारोबारियों को आर्थिक मदद भी दी गई है। केरल ने भी करों में राहत दी है। ऐसे में राज्य सरकार अगर पाबंदियों में छूट नहीं दे सकती तो उसे होटल इंडस्ट्री को करों में राहत देनी चाहिए। एचआरएडब्ल्यूआई के उपाध्यक्ष प्रदीप शेट्टी ने कहा कि सरकार को कम से कम यह बताना चाहिए कि हम उससे किस तरह की उम्मीद करें। जिससे हम अपने कारोबार को लेकर फैसला कर सकें।  

Created On :   3 Aug 2021 4:43 PM GMT

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