हादसों का करण रफ्तार तो नहीं, रोकने के लिए हाइवे में रखवाईं रेत की बोरियां

If there is no speed due to accidents, keep sand bags in the highway
हादसों का करण रफ्तार तो नहीं, रोकने के लिए हाइवे में रखवाईं रेत की बोरियां
हादसों का करण रफ्तार तो नहीं, रोकने के लिए हाइवे में रखवाईं रेत की बोरियां

ब्लैक स्पॉट पर हादसे रोकने शुरू हुए उपाय, अब एक माह तक किया जाएगा आंकलन
डिजिटल डेस्क शहडोल ।
नेशनल हाइवे क्रमांक-43 में शहडोल-बुढ़ार मार्ग के बीच चिन्हित ब्लैक स्पॉटों में दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में प्रशासन द्वारा प्रयास शुरु कर दिए गए हैं। इसके तहत लालपुर हवाई पट्टी के पास जहां हादसे होते हैं, सड़क पर रेत की बोरियां रखवाई गई हैं। बोरियों को इस प्रकार रखा गया है ताकि वाहनों की गति धीमी हो और हादसों पर नियंत्रण किया जा सके। बोरियां फिलहाल एक माह की अवधि के लिए रखी गई हैं। इस दौरान इसकी पड़ताल की जाएगी कि इस प्रयोग से हादसों में कितनी कमी आई।
साथ ही इस बात का आंकलन किया जाएगा कि हादसों का कारण तेज रफ्तार तो नहीं। गौरतलब है कि शहडोल-बुढ़ार मार्ग में सरफा पुल से लेकर लालपुर हवाई पट्टी के बीच चार किलोमीटर के दायरे में 6 ऐसे स्पॉट चिन्हित किए गए हैं जहां पर सर्वाधिक सड़क हादसे होते हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार इन स्थानों पर तीन वर्ष में 45 लोगों की मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हो चुकी हैं। हादसों की वजह जानने और उसे कम करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक अवधेश गोस्वामी व कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने प्रभारी आईजी अनिल कुमार कुशवाहा के साथ स्थल का जायजा लिया था। एमपीआरडीसी के अधिकारियों की मौजूदगी में यह बात निकल कर सामने आई थी कि वाहनों की तीब्रता कहीं न कहीं दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं।  इसी के तहत पहले चरण में बोरियों रखवाने का काम किया गया। साइन बोर्ड व अन्य काम कुछ ही दिनों में पूरे किए जाएंगे।

Created On :   15 Feb 2021 1:05 PM GMT

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