फास्ट फूड के अति सेवन से पुरुषों में नपुंसकता

डिजिटल डेस्क, नागपुर. हम ये तो जानते हैं कि अति धूम्रपान का असर शुक्राणुओं पर होता है। पुरुषों में इससे नपुंसकता आ सकती है, लेकिन हाल में हुए कुछ शोध में निकल कर आया है कि ‘फास्ट-फूड और बारबेक्यू' फूड के अति सेवन से भी पुरुषों में नपुंसकता आ सकती है। 108वीं भारतीय विज्ञान परिषद के दूसरे दिन बुधवार को ‘पुरुष प्रजनन क्षमता प्रबंधन में नवाचार’ विषय पर मंथन हुआ। इसी सत्र की वक्ता कटक के रावेनशॉ विश्वविद्यालय की प्रो. लूना समांथा ने पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही।
वायु प्रदूषण भी कारण है : समांथा ने कहा कि बीते कुछ समय में पुरुषों में नपुंसकता के मामले बढ़ गए हैं। कुछ को तो प्राकृतिक नपुंसकता होती है, लेकिन कुछ मामलों में बदलती जीवनशैली भी कारण होती है। पुरुषों में धूम्रपान से तो नपुंसकता का खतरा है ही, लेकिन फास्ट फूड और बारबेक्यू से भी इसका खतरा हो सकता है। बारबेक्यू में कई पदार्थ कई बार गर्म किए जाते हैं। इसके सेवन से पुरुषों में ‘पॉलीएरोमॅटिक हाइड्रोकार्बन’ तैयार होते हैं। निर्धारित मात्रा से इसके प्रमाण बढ़ने पर शरीर इसे नियंत्रित नहीं कर पाता। शरीर में थैलेट्स निर्मित होते हैं, जिससे नपुंसकता आ सकती है। वहीं वायु प्रदूषण के कारण भी नपुंसकता का खतरा होता है।
गर्भपात के लिए पुरुष भी जिम्मेदार : जब भी किसी महिला का गर्भपात होता है, तो उसे ही इसका दोषी माना जाता है। ऐसा समझा जाता है कि महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण गर्भपात हुआ है, लेकिन कई बार पुरुष के शुक्राणुओं के साथ भी महिला में कुछ तत्व प्रवेश करते हैं, जिनके कारण गर्भपात हो सकता है। इस गंभीर समस्या पर फिलहाल वैश्विक स्तर पर शोध जारी है।
Created On :   5 Jan 2023 8:30 PM IST