मौसम में बदलाव के कारण संक्रामक रोगों में वृध्दि

डिजिटल डेस्क, रिसोड़। पिछले 5-6 दिन से बादल छाए रहने के कारण सूरज के दर्शन नहीं हो पा रहे है । इसके अलावा सतत रुप से होनेवाली रिमझिम बारिश के कारण बच्चों के साथही बड़े-बुजुर्गों में मलेरिया का प्रमाण बढ़ गया है और ग्रामीण क्षेत्र तथा शहराें के दवाखाने मरीज़ों से भरे हुए है । मौसम में बदलाव का छोटे-बड़ों के स्वास्थ्य पर अच्छाखासा प्रभाव पड़ने से प्रत्येक परिवार के सदस्याें को मलेरिया द्वारा जकड़ने का चित्र परिसर के अनेक गांवों में दिखाई दे रहा है । बरसात शुरु होते ही गंदगी का साम्राज्य भी प्रारंभ होता है । ऐसे में अनेक गांवों की ग्रामपंचायतों की अनदेखी, कामचलाऊ नीति के चलते गांव की नालियों की सफाई न किए जाने से अनेक स्थानों की नालियां, गटारों का पानी और गंदगी मुख्य रास्तों, भरी बस्ती में जमने से मच्छरों की पैदावर बढ़ रही है । विशेष बात तो यह है की बरसात में महावितरण की ओर से बिजली गुल करने का सिलसिला शुरु किए जाने से अनेक गावों के नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । स्वास्थ्य विभाग को भी संक्रामक रोग प्रारम्भ होने के बाद ही चिकित्सकीय सुविधाओं का ध्यान आता है । इस कारण भर जहांगीर, जवला, कुऱ्हा, मांडवा, मोहजाबंदी के बुखार से प्रभावित मरीज़ों को निजी दवाखानों का सहारा लेना पड़ रहा है । विशेष बात तो यह है की स्वास्थ्य उपकेंद्र में दवाईयों की कमी हमेशा की बात है । इस कारण अनेक परिवारों के स्वास्थ्य उपचार को लेकर खर्च काफी बढ़ गया है ।
Created On :   24 July 2022 4:09 PM IST