भारतीय सेना ने अपनी वर्दी के लिए हासिल की आईपीआर, बगैर अनुमति नहीं कर सकते इस्तेमाल

Indian Army has acquired IPR for its uniform, cannot be used without permission
भारतीय सेना ने अपनी वर्दी के लिए हासिल की आईपीआर, बगैर अनुमति नहीं कर सकते इस्तेमाल
होगी कार्रवाई   भारतीय सेना ने अपनी वर्दी के लिए हासिल की आईपीआर, बगैर अनुमति नहीं कर सकते इस्तेमाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय सेना ने अपनी नई डिजाइन और कैमोफ्लॉज पैटर्न ड्रेस के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) हासिल कर लिया है। सैनिकों की नई कॉम्बैट यूनिफॉर्म का अनावरण थलसेना अध्यक्ष ने साल 2022 के सेना दिवस के मौके पर किया था। इसके बाद ही इसका दुरुपयोग रोकने के लिए सेना ने बौद्धिक संपदा अधिकार हासिल करने के लिए आवेदन कर दिया था। नई डिजाइन का कॉपीराइट सेना के पास 10 साल रहेगा जिसे आगे 5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। 

बुधवार को भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया कि वर्दी अवैध रुप से बनाकर खुले बाजार में बेंचने पर रोक लगाने के लिए वर्दी का बौद्धिक संपदा अधिकार हासिल किया गया है क्योंकि खुले बाजार में बिक्री से सेना और देश को बड़ा खतरा हो सकता है। आदेश के मुताबिक सेना की नई वर्दी यूनिट द्वारा चलाई जा रही भारतीय सेना की कैंटीन में ही बेची जाएगी। सेना ने चेतावनी दी है कि उसके पास वर्दी का एक्सक्लूसिव अधिकार है इसके अनधिकृत उत्पादन पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा में सेना सरकारी अधिकारियों, पुलिसकर्मियों के सहयोग से सभी विक्रेताओं तक इसकी जानकारी पहुंचाई जाएगी। बता दें कि पठानकोट एयरबेस के साथ जम्मू कश्मीर में भी कई हमलों के दौरान आतंकियों ने भारतीय सेना की वर्दी पहन रखी थी।  

 

Created On :   18 Jan 2023 9:18 PM IST

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