देवनागरी लिपि मराठी में साइन बोर्ड लगाने मिल सकती है तीन माह की मोहलत

डिजिटल डेस्क, मुंबई. महानगरपालिका ने बांबे हाईकोर्ट को सूचित किया है कि दुकानों के नाम देवनागरी लिपि (मराठी) मे लिखने के लिए दुकानदारों को तीन माह की मोहलत दी जाए। इससे जुड़ा प्रस्ताव मनपा के संबंधित विभाग ने मनपा आयुक्त के पास विचारार्थ भेजा। इस पर जल्द ही निर्णय किया जाएगा। शुक्रवार को मनपा की ओर से पैरवी कर रही वकील ध्रुति कपाडिया ने न्यायमूर्ति आरडी धानुका व न्यायमूर्ति एमजी सिविलिकर की खंडपीठ को यह जानकारी दी। दुकानों के साइनबोर्ड मराठी में लिखने के लिए समय दिए जाने की मांग को लेकर दी होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
मनपा की ओर से दी गई इस जानकारी के मद्देनजर एसोसिएशन की ओर से पैरवी कर रही वकील वीणा थडानी ने कहा कि चूंकि मनपा ने दुकानदारों को समय देने के प्रस्ताव पर फैसला लेने के लिए वक्त की मांग की है। ऐसे में इस मामले में दुकानदारों को अंतरिम राहत प्रदान की जाए। जिसके तहत मनपा को दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से रोका जाए। इस पर मनपा की वकील ने खंडपीठ से कहा कि इस मामले को लेकर अंतरिम आदेश जारी करने की जरुरत नहीं है। क्योंकि मनपा आयुक्त एक सप्ताह में प्रस्ताव पर निर्णय ले लेंगे। इसके बाद खंडपीठ ने याचिका पर सुनवाई 20 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी। याचिका में एसोसिएशन ने दावा किया है कि संसाधनों की कमी के चलते वे 31 मई की तय समय सीमा के भीतर मराठी में साईन बोर्ड लगाने में नाकाम रहे हैं। इसलिए साईनबोर्ड लगाने की समय सीमा को बढाया जाए।
Created On :   8 July 2022 7:24 PM IST