पॉलिसी लेने पर लोन देने की बात कहकर मुकर गईं बीमा कंपनियां

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बीमा कंपनियां बीमाधारकों के भरोसे का गलत फायदा उठा रही हैं। अगर कोई ग्राहक पॉलिसी खरीदने के लिए कंपनी में पूछताछ करता है, तो उसे तरह-तरह के सब्जबाग दिखाकर बीमा कंपनियां उसे पॉलिसी थमा देती हैं। जब ग्राहक अपनी शर्तों के बारे में पूछता है, तो कंपनी द्वारा आधी-अधूरी जानकारी देकर झांसा दिया जाता है। श्रीकांत ठवकर के साथ ऐसा होने का मामला सामने आया है। उन्हें कंपनी ने लोन देने की बात कही थी, लेकिन जरूरत पर कंपनी ने लोन नहीं दिया। ऐसा एक कंपनी ने नहीं, बल्कि दो कंपनियों ने किया है। पहले उन्होंने भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस से ओर दूसरी पॉलिसी रिलांयस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस से ली थी।
पॉलिसी रेगुलर करने के लिए आता है कॉल
श्रीकांत ठवकर ने बताया कि उनके पास कॉल आया, जिसमें कंपनी ने पॉलिसी के बदले लोन सुविधा की बात कही। मैंने सोचा कि पॉलिसी भी हो जाएगी और लोन भी मिल जाएगा, इसलिए ऑनलाइन पॉलिसी खरीद ली। 29 अप्रैल 2020 को भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस से पॉलिसी खरीदी, जिसका पॉलिसी नंबर 502-4027852 है। पॉलिसी के लिए लगभग 30 हजार रुपए प्रीमियम भरा। दूसरी पॉलिसी रिलांयस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस से 19 मई 2020 को खरीदी, जिसका पॉलिसी नंबर 53713596 है। इस पॉलिसी के लिए लगभग 15 हजार प्रीमियम भरा। दोनों पॉलिसी लेने के बाद, जब दोनों कंपनियों को लोन के लिए कॉल किया, तो कंपनियों का कहना था कि लोन नहीं दिया जा सकता है, जबकि उन्होंने पॉलिसी मिलने के 15 दिन बाद ही लोन देने की बात कही थी। उसके बाद मैंने दोनों पॉलिसी का प्रीमियम भरना बंद कर दिया। मुझे 35 हजार रुपए का नुकसान हो गया।
उचित मंच तक बात
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Created On :   31 July 2022 8:01 PM IST