बीमा धारक की मौत हो गई कंपनी ने नहीं दी बीमा राशि

Insurance holder died, the company did not give the sum insured
बीमा धारक की मौत हो गई कंपनी ने नहीं दी बीमा राशि
नागपुर बीमा धारक की मौत हो गई कंपनी ने नहीं दी बीमा राशि

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बीमा कंपनियां अपने ग्राहकों को टर्म प्लान भी देती हैं। टर्म इंश्योरेंस एक असली सुरक्षा जीवन बीमा प्लान है, जो पॉलिसी के अवधि के दौरान बीमाकृत व्यक्ति की अकाल मृत्यु के जोखिम को कवर करती है। परिवार के किसी सदस्य की मौत दर्दनाक होती है, खासकर यदि वह परिवार का कमाने वाला हो तो ऐसे में उस परिवार के पर वित्तीय संकट आ जाता है। अपने परिवार को वित्तीय संकट से बचाने के लिए ग्राहक टर्म इंश्योरेंस करवाते हैं, लेकिन बीमा कंपनियां टर्म इंश्योरेंस के नाम पर भी बीमा धारकों के परिजनों से धोखाधड़ी कर रही हैं। धीरन आसुदानी ने बताया कि उनके भाई चंद्र कुमार आसुदानी ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस से 21 दिसंबर 2020 को टर्म प्लान लिया था। कंपनी ने 50 लाख का कवर दिया था। एक्सीडेंटल डेथ होने पर कवर दोगुना होने की बात कंपनी ने बताई थी। 23 जुलाई 2021 को चंद्र कुमार की हादसे में मौत हो गई।  परिजनों ने लगभग 1 माह बाद कंपनी में टर्म इंश्योरेंस के लिए  अप्रोच किया, तो चंद्र कुमार की नॉमिनी उनकी पत्नी के अकाउंट में केवल 26 हजार रुपए की राशि क्रेडिट कर दी गई।

हर रोज नए बहाने...अब कंपनी मांग रही बारहवीं की मार्कशीट 

धीरज ने बताया कि उनके भाई चंद्र कुमार ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस से टर्म प्लान लिया था। पॉलिसी नंबर 86278225 है। एक मुश्त प्रीमियम नहीं देने की कंडीशन में कंपनी में प्रतिमाह 2759 रुपए के हिसाब से प्रीमियम भरते थे। 23 जुलाई को भाई हिंगना के पास एक गांव में काम कर रहा था। उस समय जोरों की बारिश हो रही थी। भाई ने बाइक उठाई और कहीं जाने के लिए निकला, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि वह उस बहाव में बह गया। उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम से लेकर सारी कानूनी कार्यवाही पूरी की गई। भाई की मौत के 1 महीने बाद हमने कंपनी को क्लेम के लिए अप्रोच किया। पहले तो कई दिनों तक विभिन्न तरह के दस्तावेज मांगे जाते रहे। जब हमने दस्तावेज पूरे कर दिए, तो  कंपनी का कहना है कि चंद्र कुमार की बारहवीं की मार्कशीट चाहिए। एक्सीडेंटल मौत होने के कारण कंपनी को 50 लाख का दोगुना यानी 1 करोड़ की राशि देनी चाहिए, लेकिन कंपनी ना-नुकुर कर रही है। कंपनी ने हद तो तब कर दी, जब भाभी के अकाउंट में मात्र 26 हजार रुपए क्रेडिट कर दी। कंपनी का कहना है कि जितना प्रीमियम अभी तक भरा है, उतनी राशि दे दी गई। आज हमारे पूरे परिवार पर बहुत बड़ा वित्तीय संकट है, लेकिन कंपनी वाले अपनी धांधली से बाज नहीं आ रहे हैं। 

उचित मंच तक बात... इस नंबर पर बीमा से संबंधित समस्याएं बताएं 

इस तरह की समस्या यदि आपके साथ भी है, तो आप  दैनिक भास्कर नागपुर के मोबाइल नंबर  9422165556  पर बात करके प्रमाण सहित अपनी समस्या रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में आपकी आवाज को भास्कर द्वारा खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। 

Created On :   10 July 2022 6:22 PM IST

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