कम हुआ बारिश का जोर, फिर भी नहीं टला बाढ़ का खतरा

Intensity of rain has reduced, yet the danger of flood has not averted
कम हुआ बारिश का जोर, फिर भी नहीं टला बाढ़ का खतरा
झमाझम कम कम हुआ बारिश का जोर, फिर भी नहीं टला बाढ़ का खतरा

डिजिटल डेस्क, गोंदिया।  जिले में पिछले चौबीस घंटों के दौरान बारिश का जोर कम होने से किसानों के साथ ही नागरिकों को भी थोड़ी राहत मिली है। वहीं मूसलाधार बारिश के कारण 13 जुलाई को बंद हुए कुछ मार्गों पर आज यातायात फिर सुचारू हो गई। बारिश के कारण रूका धान के रोपाई का काम आज फिर तेजी से शुरू हो गया है। 14 जुलाई को भी अनेक तहसीलों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश दिन के समय दर्ज की गई है। दिन भर रुक-रुककर बूंदाबांदी एवं हल्की बारिश होती रही। हालांकि दिन के समय तेज बारिश नहीं से सामान्य जनजीवन पर असर नहीं पड़ा। जबकि समाचार लिखे जाने तक भी रिमझिम बारिश शुरू थी।  जिलाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान अर्थात 14 जुलाई को सुबह 10 बजे तक गोंदिया तहसील में 16.3 मिमी, आमगांव में 13.4 मिमी, तिरोड़ा में 34.6 मिमी, गोरेगांव में 12.7 मिमी, सालेकसा में 12.1 मिमी, देवरी में 2.3 मिमी, अर्जुनी मोरगांव में 18.5 मिमी एवं सड़क अर्जुनी में 4.0 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। जिले मंे कुल मिलाकर 14.6 मिमी औसतन बारिश रिकार्ड की गई। गोंदिया जिले में 1 जून से 14 जुलाई तक कुल 302.32 मिमी बारिश अपेक्षित होती है, जबकि प्रत्यक्ष में इस वर्ष अब तक 502.7 मिमी बारिश हो चुकी है। जो 132.2 प्रतिशत है। जिले में अब तक मानसून की कुल अवधी में होने वाली बारिश की तुलना में 41.2 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। 

मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान 

मौसम विज्ञान विभाग के प्रादेशिक मौसम केंद्र नागपुर से जारी किए गए अगले पांच दिनों के पूर्वानुमान एवं चेतावनी के अनुसार गोंदिया जिले में 14 एवं 15 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। जबकि एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश भी हो सकती है। 16 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, 17 जुलाई को जिले में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश जबकि अन्य स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। 18 जुलाई को भी अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। जिसे देखते हुए जिले में हालात सामान्य बने रहने की उम्मीद है। जबकि जिला आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि विभाग हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। 

चौबीस घंटों के दौरान बारिश का जोर कम होने से किसानों के साथ ही नागरिकों को भी थोड़ी राहत मिली है। लगातार बारिश के कारण गोरेगांव पंस अंतर्गत जांभुलपानी में स्कूल ढह गई तो पालेवाड़ा में खेत डूब गई।बाढ़ में बहे चारों युवकों के शव बरामद हुए है। तिरोड़ा बारिश से कुरहाड़ी-बोरगांव मार्ग उखड़ जाने से बस फेरी रद्द की गई। इधर भंडारा जिले को बाढ़ का खतरा था वह गोसीखुर्द से रिकार्ड पानी छोड़े जाने से फिलहाल टल गया है।  भंडारा जिले में बाढ़ से घिरे मंदिर में फंसे 15 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया है। तुमसर में नाला पार कर हा एक व्यक्ति में नाले में गीरकर बह गया।

बुधवार रात्रि से प्रकल्प से छोड़ा गया रिकार्ड पानी

लगातार हो रही बारिश के चलते जिले में बाढ़ जैसे हालात निर्माण हो गए थे। वैनगंगा नदी का कारधा में जलस्तर 243.80 मीटर तक पहुंच चुका था। पर बुधवार पूरे दिन तथा रात गोसीखुर्द बांध के सभी 33 गेट में से 21 गेट दो  मीटर से तथा 12 गेट डेढ़ मीटर तक खोलकर कुल 12 हजार  282.85 मीटर तक पानी छोड़ा गया। इससे वैनगंगा नदी का जलस्तर 243.80 मीटर से घट कर गुरुवार दोपहर तक 243.42 मीटर रह गया। भंडारा शहर में बाढ़ न आए इस लिए गोसीखुर्द बांध से रिकार्ड स्तर पर पानी छोड़ने के जिला प्रशासन, गोसीखुर्द प्रशासन व सिंचाई विभाग पूरी रात डटा रहा। भंडारा शहर को बाढ़ का खतरा कम हो गया है। पर निरंतर हो रही बारिश से फसलों व घरों में पानी घुसने से आम नागरिकों का नुकसान हो रहा है। एक सप्ताह से जारी बारिश के चलते जिले के जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ गया। बुधवार 13 जुलाई को वैनगंगा नदी का कारधा में जलस्तर 243.80 मिटर पहुच गया। ऐसे में वर्ष 2020 में आयी बाढ से सबक ले चुके जिला प्रशासन ने पहली बार गोसीखुर्द बांध से 12 हजार क्यूमेक्स तक पानी छोडने का निर्णय लिया। बुधवार शाम 6 बजे गोसीखुर्द बांध के 12 गटे देढ मिटर से व 21 गेट एक मिटर से खोलकर आठ हजार 188.37 क्यूमेक्स पानी छोडा गया। जिसके बाद रात्रि 11 बजे गोसीखुर्द बांध प्रशासन ने 21 गटे दो मिटर तक तथा 12 गटे देढ मिटर तक खोलकर 12 हजार 282.85 क्यूमेक्स पानी छोडा। इसी तरह गुरूवार को भी बांध से लगातार पानी छोडा गया। शाम 5 बजे गोसीखुर्द बांध के 13 गेट एक मिटर से तथा 20 गेट आधे मिटर ऐसे कुल 33 गेट में से चार हजार 872.07 मि. मी. पानी छोडा गया। परिणामवश वैनगंगा नदी का गुरूवार को जलस्तर घटकर 243.80 मिटर से 243.42 मिटर पर आ गया। इससे भंडारा शहर की ग्रामसेवक कॉलनी से लेकर टाकडी परिसर तक का हिस्सा बाढ की चपेट में आने से बचा। इसी के साथ भंडारा, तुमसर, पवनी, मोहाडी व लाखांदुर तहसील में भी बाढ की संभावना कम हो गई। इस स्थिति पर काबु पाने जिला प्रशासन, गोसीखुर्द विभाग व सिंचाई विभाग बुधवार पुरी रात कार्यरत रहा। प्रत्येक हालातों पर नजर रखकर वाट्स ग्रुप के जरिए समन्वय किया गया। स्वयंम जिलाधिकारी संदिप कदम व उनकी टीम कार्य करती रही। पर पर अभी भी पाच तहसीलों में खेतों में पानी समाने, घरों में पानी घुसने से बाढ का खतरा बना हुआ। बारिश से यह स्थिति बिघडने की संभावना है। 

बावनथड़ी में बहा युवक  

उधर भंडारा के तुमसर में बावनथडी नदी के पुल से बाईक सवार दो युवक पानी में बह गए। रवि टेकाम (25) खुद को बचाने में कामयाब रहा वहीं सारांश सुखदेवे (26) का पता नहीं चल पाया। घटना कवलेवाडा - चीखला मार्ग पर बावनथड़ी नदी के पुल पर गुरुवार शाम 7:30 बजे हुई। 

 जलस्तर घटा लेकिन हम अलर्ट  

अभिषेक नामदास, आपदा प्रबंधन अधिकारी के मुताबिक गोसीखुर्द बांध से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते भंडारा शहर में बाढ़ का खतरा कम है। बारिश के बावजूद वैनगंगा नदी का कारधा में लगातार जलस्तर घटा है। पर जिला प्रशासन अभी भी खतरे से निपटने तत्पर अलर्ट मोड पर है। 


 

 

 

Created On :   15 July 2022 12:54 PM GMT

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