गुरु पूर्णिमा पर बन रहे हैं रुचक और हंस शुभ योग

डिजिटल डेस्क,नागपुर | 13 जुलाई को आषाढ़ मास की अंतिम तिथि पूर्णिमा है जिसे गुरु पूर्णिमा और वायु धारणी पूर्णिमा भी कहते हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की आराधना और उपहार देने की परंपरा है। गुरु पूर्णिमा पर कई शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन रुचक, भद्र योग और हंस योग बनेंगे जो राजयोग की तरह हैं। इन योगों में किए गए पूजन कर्म का शुभ फल जल्दी मिल सकता है। श्री वत्स नाम का शुभ योग रात 11 बजे तक रहेगा। द्वापर युग में इसी तिथि पर महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था। इस कारण इस तिथि को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। मंगल से शनि तक पांच ग्रह अपनी ही राशि में रहेंगे। इस शुभ पर्व पर खरीदारी, निवेश और लेन-देन करने से फायदा होता है।
कर सकते हैं ये शुभ काम
पूर्णिमा पर अपने इष्टदेव की विशेष पूजा करें। शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और दीपक जलाकर आरती करें। ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करें। श्रीकृष्ण के मंत्र कृं कृष्णाय नम:, विष्णु जी के मंत्र ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय, गणेश जी के मंत्र श्री गणेशाय नम:, हनुमान जी के मंत्र ऊँ रामदूताय नम: मंत्र का जप कर सकते हैं। अपने गुरु का पूजन करें और कोई उपहार दें।
गुरु पूर्णिमा पर नहीं रहेगी भद्रा
13 जुलाई की सुबह सूर्य उदय से पहले करीब 4 बजे से पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी और इसी तारीख को मध्य रात्रि के बाद तक रहेगी। इस दिन चंद्र धनु राशि में और सूर्य मिथुन राशि में रहेगा। आषाढ़ पूर्णिमा पर भद्रा का वास पाताल में रहेगा। इस कारण पूरे दिन भद्रा का दोष नही रहेगा। अगर भद्रा का वास मृत्यु लोक में रहता है तो शुभ काम नहीं किए जाते हैं। गुरु पूर्णिमा पर सूर्य उदय के बाद अपने गुरु का पूजन किया जा सकता है। इस दिन दोपहर में 12.32 से 2.15 बजे तक राहुकाल रहेगा। इस समय में शुभ काम करने से बचना चाहिए।
ये हैं गुरु पूर्णिमा के शुभ चौघड़िया
लाभ और अमृत : सुबह 5.41 से 9.10 बजे तक
शुभ : सुबह 10.50 से दोपहर 12.30 बजे तक
चंचल और लाभ : सुबह 3.58 बजे से शाम 7.23 बजे तक
ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति
गुरु पूर्णिमा पर मंगल से लेकर शनि तक 5 ग्रह अपनी ही राशि में रहेंगे, जिससे इस पर्व की शुरुआत हंस महापुरुष योग में होगी। साथ ही इस दिन इंद्र, श्रीवत्स, बुधादित्य योग भी बनेंगे। इस पर्व पर सितारों की शुभ स्थिति में किए गए कामों का शुभ फल और बढ़ जाएगा। इस दिन मंगल, मेष राशि में, बुध-मिथुन में, गुरु स्वराशि मीन में, शुक्र वृष में और शनि कुंभ राशि में रहेगा।
Created On :   12 July 2022 6:40 PM IST