भगवान बुद्ध के कर्म के सिद्धांत को समझना आवश्यक : नंदागवली

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। तथागत भगवान गौतम बुद्ध के कर्म सिद्धांत को समझना अत्यंत आवश्यक है। पाप कर्म न करें व कुशल कर्म करें। साथ ही तथागत गौतम बुद्ध का धम्म विज्ञानवादी है। उक्ताशय के उद्गार भारतीय बौद्ध महासभा तहसील शाखा के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान पर्यटन उपाध्यक्ष लिखनदास नंदागवली ने व्यक्त किए। वे भारतीय बौद्ध महासभा तहसील शाखा, सर्कल शाखा व ग्राम शाखा छिपिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वर्षावास कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन रविवार, 24 जुलाई को दोपहर 12 बजे से ग्राम शाखा छिपिया में सर्कल अध्यक्ष योगीराज वंजारी की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर भारतीय बौद्ध महासभा तहसील महासचिव कोमलकुमार नंदागवली, सर्कल कामठा अध्यक्ष योगीराज वंजारी,कार्यालयीन सचिव विजय मेश्राम, लेखा-जोखा अध्यक्ष मयाराम गजभिये, महिला उपाध्यक्ष अस्मिता उके, निर्जला भिमंटे, दीपिका श्यामकुवर, हीराबाई गेडाम, झेलना उके, वंदना खोब्रागडे, ओमकार भिमंटे, निर्मला आर. उके, प्रमिला उके, अनिता उके, निर्मला बि. उके आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। उपस्थित प्रमुख मार्गदर्शकाें ने वर्षावास, भगवान बुद्ध का कर्म सिद्धांत, बुद्ध धम्म व विज्ञान विषय को लेकर धम्मदेशना की। कार्यक्रम का संचालन महासचिव कोमलकुमार नंदागवली ने किया। आभार विजेंद्र मेश्राम ने माना।
Created On :   26 July 2022 7:23 PM IST