जबलपुर: जिले के 22 हजार से अधिक हेल्थ वर्करों का प्रथम चरण में होगा कोविड-19 टीकाकरण कलेक्टर ने कार्य योजना बनाने के दिए निर्देश

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
जबलपुर: जिले के 22 हजार से अधिक हेल्थ वर्करों का प्रथम चरण में होगा कोविड-19 टीकाकरण कलेक्टर ने कार्य योजना बनाने के दिए निर्देश

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। जबलपुर जिले में सर्वप्रथम स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोविड-19 का वेक्सीनेशन किया जायेगा। इस संबंध में आज यहां कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जरूरी रणनीति एवं कार्ययोजना पर अमल संबंधी दिशा-निर्देश दिए। बैठक में डॉ. शत्रुघन दाहिया डीआईओ एवं डब्ल्यूएचओ के डॉ. जलज खरे एसएमओ द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को कोविड-19 संबंधी प्रावधानों की जानकारी प्रेजेन्टेशन के माध्यम से दी गई। बैठक में बताया गया कि जिले की जनसंख्या 27 लाख 98 हजार 622 के लिए कुल हैल्थ केयर वर्करों की संख्या 22 हजार 44 है, जिनका सर्वप्रथम वेक्सीनेशन होगा। इनको पंजीकृत कर लिया गया है। इन्हें एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जायेगा कि कौन से वेक्सीन सत्र में किस दिनांक को वेक्सीनेशन के लिए उपस्थित होना है। जिसमें शासकीय एचसीडब्लू 13 हजार 458 एवं निजी एचसीडब्ल्यू 8 हजार 586 हैं। इसमें शहरी हितग्राहियों की संख्या 17 हजार 456 एवं ग्रामीण हितग्राहियों की संख्या 4 हजार 588 होगी। जबलपुर जिले में 10 दिन लगातार प्रतिदिन 25 सत्र आयोजित कर प्रत्येक सत्र में 100 लोगों को इस प्रकार कुल 2500 लोगों का प्रतिदिन वेक्सीनेशन किया जायेगा। कलेक्टर श्री शर्मा ने अधिकारियों को कोविड वेक्सीनेशन की गाईड लाइन के अनुसार व्यवस्था तय करने का निर्देश दिया है। कोविड-19 वेक्सीनेशन के लिए वैक्सीन स्थान का चयन एवं उसकी प्रक्रिया की जानकारी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा टीम को बताई जायेगी, जिसमें निजी एवं शासकीय स्थानों में वेक्सीनेशन होगा इसमें स्वास्थ्य टीम उपस्थित रहेगी। ये स्थान जैसे स्कूल, सामुदायिक भवन, ग्राम पंचायत भवन, नगर पालिका भवन एवं स्वास्थ्य केन्द्र होंगे। इनके अतिरिक्त यदि आवश्यकता हो तो टेंट के माध्यम से भी बूथ का निर्माण कर वेक्सीनेशन किया जायेगा। स्वास्थ्य केन्द्रों में वेक्सीनेशन चयन के समय यह ध्यान अवश्य रखा जाये कि यह बूथ मरीजों के उपचार स्थान से अलग हो। कलेक्टर श्री शर्मा ने निर्देशित किया कि वेक्सीनेशन स्थान का चयन करते समय टीम इस बात का ध्यान रखें कि यदि संभव हो तो आने एवं जाने के अलग-अलग रास्ते हों। बूथ में खिड़की एवं वेंटीलेशन की पर्याप्त व्यवस्था हो। वेक्सीन सत्र के दौरान तीन अलग-अलग कक्ष होना अनिवार्य होंगे। जिसमें प्रथम कक्ष प्रतीक्षा कक्ष, द्वितीय कक्ष वेक्सीनेशन कक्ष तथा तीसरा कक्ष वेक्सीनेशन होने के बाद के लिए प्रतीक्षा कक्ष होगा। प्रतीक्षा कक्ष में लोगों एवं कुर्सियों के बीच आवश्यक दूरी रखना आवश्यक होगा। वेक्सीनेशन के लिए लोगों को कतार से ही बैठाया जाये एवं आने-जाने के रास्तों को चिन्हित किया जाये। प्रतीक्षा कक्ष में गेट पर ही हेंडवास एवं हेंडसेनेटाईजर की व्यवस्था होना चाहिए। बैठक व्यवस्था के लिए 2 गज या 6 फीट की दूरी आवश्यक होगी। वेक्सीनेशन के लिए केवल एक व्यक्ति को ही वैक्सीन के लगने के समय उपस्थित होना आवश्यक होगा। कोविड प्रतीक्षालय में कोरोना से बचाव संबंधी प्रचार-प्रसार करना आवश्यक होगा। वेक्सीनेशन रूम में एक बार में एक ही व्यक्ति उपस्थित हो और एक बार में एक व्यक्ति का ही वेक्सीनेशन किया जाये यह सुनिश्चित करना अत्यावश्यक होगा। कोविड वैक्सीन कैरियर में ही रखना होगा। वेक्सीनेशन के लिए सीरिंज इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था होना चाहिए। वेक्सीनेशन रूम में हेंडसेनेटाईजर, मास्क वैक्सीन वाईल ओपनर, हबकटर, पार्टिशन स्क्रीन, एईएफआई एनाफायलासिस किट, रेड एण्ड यलो, ब्लू पंचरफ्रूट कंटेनर बैग कचरा आदि उपलब्ध होना चाहिए। निगरानी कक्ष में वैक्सीन के पश्चात हितग्राही को 30 मिनट तक बैठने के लिए पर्याप्त जगह सोशल डिस्टेंसिंग के साथ होना चाहिए साथ ही कक्ष में पीने का पानी एवं टायलेट की भी व्यवस्था होना चाहिए। प्रशिक्षित अधिकारी को वेक्सीनेशन के पूर्व वेक्सीनेशन टीम को लघु रूप में चित्रों एवं प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी देनी होगी। वेक्सीनेशन टीम की गाईडलाईन अनुसार टीम को सत्र शुरू होने से पूर्व पहुंचकर अपने अधिकारी, सुपरवाईजर को सूचित करना होगा। वेक्सीनेशन के संपूर्ण समय में टीम को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। टीम में 5 सदस्य होंगे जिसमें 4 वेक्सीनेशन आफीसर एवं एक वैक्सीनेटर आफीसर होगा।

Created On :   29 Dec 2020 8:40 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story