उद्धव पर जमकर बरसे कदम - पूछा - बाला साहेब होते तो क्या कांग्रेस-राकांपा के साथ सीएम बनने देते

Kadam asked to uddhav- Had Balasaheb been there, would he have allowed him to become CM along with Congress-NCP
उद्धव पर जमकर बरसे कदम - पूछा - बाला साहेब होते तो क्या कांग्रेस-राकांपा के साथ सीएम बनने देते
छलके आंसू उद्धव पर जमकर बरसे कदम - पूछा - बाला साहेब होते तो क्या कांग्रेस-राकांपा के साथ सीएम बनने देते

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना से निकाले जाने से आहत प्रदेश के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने पूर्व मुख्यमंत्री तथा पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला। कदम ने कहा कि उद्धव बताएं कि यदि शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे जीवित होते तो वह आपको क्या राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके मुख्यमंत्री बनने देते? कदम ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार बालासाहब के जीवित रहते जिस शिवसेना तो तोड़ नहीं सके वह उन्होंने उद्धव को साथ लेकर कर दिखाया। पवार शिवसेना को तोड़ने में सफल हो गए हैं। मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कदम फफक-फफक कर रोने लगे। कदम ने कहा कि मैंने शिवसेना के लिए 52 सालों तक काम किया। लेकिन मुझे कभी लगा नहीं था कि ऐसा दिन आएगा। 

अंतिम सांस तक फगवा झंडे के साथ 

कदम ने कहा कि मुझे उद्धव शिवसेना से क्या निकालेंगे? मैंने ही उद्धव को अपने हृदय से निकाल कर शिवसेना के नेता पद से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। कदम ने कहा कि भले ही मुझे शिवसेना से निकाला गया हो। लेकिन मैं अपने जीवन की अंतिम सांस तक भगवा झंडे का साथ नहीं छोडूंगा। मेरे खून में गद्दारी और बेईमानी नहीं है। कदम ने कहा कि साल 2019 में उद्धव जब राकांपा और कांग्रेस के साथ सरकार बना रहे थे तो उसी समय मैंने उसका विरोध किया था। मैंने उद्धव से कहा था कि बालासाहब ने पूरे जीवन भर राकांपा और कांग्रेस का विरोध किया है। इसलिए शिवेसना का राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करना पाप होगा। शिवसेना राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाएगी तो बालासाहब की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी। 

मैं बोलूंगा तो महाराष्ट्र में भूकंप आ जाएगा

कदम ने कहा कि मेरे खिलाफ शिवसेना में अगर कोई बोला तो फिर मैं ऐसा कुछ बोलूंगा कि उससे महाराष्ट्र में भूंकप आ जाएगा। मुझे अभी ज्यादा कुछ नहीं बोलना है। क्योंकि मैं चाहता हूं कि शिवसेना के दोनों गुट दोबारा एक साथ आए। मैं शिवसेना के दोनों गुटों में समझौते के लिए प्रयास करूंगा। लेकिन उद्धव को भी दो कदम पीछे हटना पड़ेगा। हालांकि मुझे यह भी मालूम है कि उद्धव के आसपास रहने वाले लोग ऐसा नहीं होने देंगे। कदम ने कहा कि उद्धव को आत्मपरीक्षण करना चाहिए कि मुझे शिवसेना के नेता पद से इस्तीफा देने की नौबत क्यों आई? उद्धव चिंतन करें कि शिवसेना के एक साथ 40 विधायक शिंदे गुट में शामिल क्यों हो गए? 

शिंदे ने बगावत तक बचा ली पार्टी 

कदम ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 40 विधायकों को अलग करके पार्टी बचा ली है। यदि पांच सालों तक महाविकास आघाड़ी सरकार चलती रहती तो साल 2024 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के 10 विधायक भी नहीं जीत पाते। कदम ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के समय तत्कालीन उपमुख्यमंत्री अजित पवार सुबह सात बजे मंत्रालय पहुंच जाते थे। साल 2024 के विधानसभा चुनाव में राकांपा ने 100 विधायक बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए साल 2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के उम्मीदवारों के खिलाफ हारने वाले राकांपा के प्रत्याशियों को सरकारी निधि देकर मजबूत बना रहे थे। पिछले ढाई सालों में अजित पवार और शरद पवार की रणनीति शिवसेना के विधायकों को कमजोर करने की थी। इसमें लगभग वे सफल भी हुए हैं। अजित ने सरकार में रहते हुए राकांपा के लिए महाराष्ट्र सरकार के खजाने को लूटा है। शिवसेना के विधायकों को विकास निधि नहीं मिल पा रही थी। लेकिन अजित पवार पालघरों के सरपंचों को 5-5 करोड़ रुपए दे रहे थे।  

गुवाहाटी से वापस आने के लिए तैयार था शिंदे गुट 

कदम ने कहा कि मैंने शिवसेना के बागी विधायकों के गुवाहाटी में रहने के दौरान एकनाथ शिंदे से बात की थी। शिंदे ने मुझसे कहा था कि यदि उद्धव राकांपा से गठबंधन तोड़ते हैं तो हम लोग मातोश्री में वापस लौटने के लिए तैयार हैं। लेकिन उसी दौरान शरद पवार मातोश्री पहुंच गए थे। उन्होंने उद्धव को बागियों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की सलाह दे दी।  

अनिल परब की तस्वीर शिवसेना भवन में लगानी चाहिए

कदम ने कहा कि उद्धव को अपने आसपास रहने वाले शिवसेना के पूर्व मंत्री अनिल परब जैसे लोगों को किनारे कर देना चाहिए। कदम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि परब का शिवसेना में इतना बड़ा योगदान है कि उनकी तस्वीर शिवसेना भवन में बालासाहब ठाकरे के बगल में लगा देनी चाहिए। कदम ने कहा कि मैं मां भावनी और बालासाहब ठाकरे की कसम खा कर कहता हूं कि मैंने अनिल परब के खिलाफ भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया से कभी बात भी नहीं की है। परब के खिलाफ सोमैया को कभी कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए हैं। लेकिन शिवसेना सांसद विनायक राऊत ने मुझ पर आरोप लगाया है कि मैं सोमैया को शिवसेना नेताओं के खिलाफ जानकारी उपलब्ध कराता था। आखिर राऊत की औकात क्या है?

उद्धव ने मेरे बेटे को मिलने के लिए समय नहीं दिया

कदम ने कहा कि रत्नागिरी के दापोली सीट से विधायक मेरे बेटे योगेश कदम तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए छह महीने तक समय मांगते रहे, लेकिन उद्धव ने योगेश को मुलाकात के लिए समय नहीं दिया। मेरे बेटे को राकांपा के लोगों ने काफी परेशान किया। निर्वाचन क्षेत्र के लिए विकास निधि नहीं दी गई। इसलिए मैंने उसे शिंदे गुट में शामिल होने का आदेश दिया था। कदम ने कहा कि मैं अब शिंदे गुट में सक्रिय होऊंगा।  

मुझे आदित्य को साहब बोलना पड़ता है 

कदम ने कहा कि मैं 70 साल का हूं। मगर मुझे 32 साल के आदित्य ठाकरे को साहब कहना पड़ता है। क्योंकि वह ठाकरे परिवार के सदस्य हैं। कदम ने कहा कि आदित्य की उम्र कितनी है? उन्होंने शिवसेना के बागी विधायकों के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया। उन्हें बागी विधायकों की आलोचना करते समय भाषा की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए था। 
 

Created On :   19 July 2022 4:05 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story