- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- अकोला सहित 105 संसदीय क्षेत्रों में...
अकोला सहित 105 संसदीय क्षेत्रों में नहीं है केन्द्रीय विद्यालय
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के विभिन्न भागों में इस समय कुल 1,227 केन्द्रीय विद्यालय (केवी) कार्यरत हैं। लेकिन इन 1,227 केन्द्रीय विद्यालयों में से 283 केन्द्रीय विद्यालयों के पास अपनी इमारत नहीं हैं। मतलब यह कि देश के 283 केन्द्रीय विद्यालय अस्थायी भवनों में चल रहे हैं। इस मामले में सबसे खराब स्थिति मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की है, जहां के 13-13 केन्द्रीय विद्यालय किराए के मकानों से संचालित हो रहे हैं।
महाराष्ट्र के 5 विद्यालयों के पास अपना भवन नहीं
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सोमवार को लोकसभा में लिखित जवाब में बताया कि सरकार देश में कार्यरत सभी केन्द्रीय विद्यालयों को अपनी इमारत देने की कोशिश में है। लेकिन कुछ वजहों के चलते हमारे 283 विद्यालयों के पास अपनी इमारत नहीं है। उन्होने बताया कि मध्यप्रदेश के 23 केन्द्रीय विद्यालयों के पास अपना भवन नहीं है तो उत्तरप्रदेश के भी इतने ही विद्यालय किराए के भवनों से संचालित हो रहे हैं। ओडिशा के 21 विद्यालय अस्थायी भवन में चल रहे हैं तो राजस्थान और जम्मू कश्मीर के 18-18 केन्द्रीय विद्यालयों के पास अपनी इमारत नहीं है। बिहार के 17 केन्द्रीय विद्यालय अपना भवन होने की राह देख रहे हैं तो उत्तराखंड के 13 विद्यालयों के पास अपनी इमारत नहीं है। पश्चिम बंगाल और पंजाब के 12-12 विद्यालय अस्थायी भवनों में चल रहे हैं तो महाराष्ट्र में ऐसे 5 केन्द्रीय विद्यालय हैं जिन्हें अपनी इमारत मिलने का इंतजार है।
महाराष्ट्र के 21 लोस क्षेत्रों में केवी खुलना बाकी
निशंक ने बताया कि देश में 105 ऐसे लोकसभा क्षेत्र हैं, जहां अभी कोई केन्द्रीय विद्यालय नहीं है। खास बात यह कि मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री संंजय धोत्रे के निर्वाचन क्षेत्र अकोला में भी फिलहाल केन्द्रीय विद्यालय नहीं है। सबसे ज्यादा 24 लोकसभा क्षेत्र उत्तरप्रदेश के हैं, जहां अभी केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने हैं तो इस मामले में दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां के 21 लोकसभा क्षेत्रों में इस वक्त केन्द्रीय विद्यालय नहीं हैं। महाराष्ट्र के जिन संसदीय क्षेत्रों में केन्द्रीय विद्यालय नहीं हैं, उनमें अकोला, अमरावती, बीड, भिवंडी, बुलढाणा, गड़चिरौली-चिमूर, हतकनगले, हिंगोली, जालना, कोल्हापुर, माढा, मुंबई उत्तर-मध्य, मुंबई उत्तर-पश्चिम, नंदूरबार, उस्मानाबाद, पालघर, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, सांगली, सतारा, शिरडी और शिरूर।
Created On :   2 March 2020 8:18 PM IST