अपने गृह राज्य रवाना हुए कोश्यारी - मुंबई में पहुंचे नए राज्यपाल बैस 

Koshyari left for his home state, Bhagat Singh, famous governor of Maharashtra
अपने गृह राज्य रवाना हुए कोश्यारी - मुंबई में पहुंचे नए राज्यपाल बैस 
उद्धव सरकार से रहे कटु संबंध अपने गृह राज्य रवाना हुए कोश्यारी - मुंबई में पहुंचे नए राज्यपाल बैस 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के निवर्तमान राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को विदाई दी। इसके बाद अब नवनियुक्त राज्यपाल रमेश बैस शनिवार को शपथग्रहण के बाद पदभार संभालेंगे। शुक्रवार को देर शाम बैस छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। जिसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बैस का हवाई अड्डे पर स्वागत किया। इस मौके पर राज्य के पर्यटन मंत्री तथा मुंबई उपनगर के पालक मंत्री मंगलप्रभात लोढा, राज्य के मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव, राज्य के पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ, मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसालकर मौजूद थे। 

राजभवन में नौसेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने के बाद कोश्यारी अपने गृह राज्य उत्तराखंड के देहरादून चले गए। राज्यपाल के रूप में कोश्यारी को लंबे समय तक याद किया जाएगा। कोश्यारी महाराष्ट्र के राज्यपाल पद पर 3 साल 166 दिनों तक रहे। उनकी नियुक्ति 5 सितंबर 2019 को हुई थी। कोश्यारी महाराष्ट्र में साढ़े तीन साल से अधिक समय तक राज्यपाल का पद संभालने वाले 9 वें राज्यपाल हैं।

इसके पहले 8 राज्यपाल साढ़े तीन साल अथवा उससे अधिक समय तक इस पद पर रह चुके हैं। जबकि 13 राज्यपाल ऐसे रहे हैं जिनका कार्यकाल साढ़े तीन साल से कम अवधि का रहा है। कोश्यारी के राज्यपाल पद पर रहते हुए एक अनोखा रिकॉर्ड भी कायम हुआ है। कोश्यारी ने बतौर राज्यपाल साढ़े तीन साल के कार्यालय में महाराष्ट्र के तीन मुख्यमंत्रियों को शपथ दिलाई। कोश्यारी को साढ़े तीन साल में तीन मुख्यमंत्रियों को शपथ दिलाने वाले राज्यपाल के रूप में भी याद किया जाएगा। कोश्यारी के रहते हुए महाराष्ट्र ने राज्य के इतिहास में तीसरी बार राष्ट्रपति शासन भी देखा था। साल 2019 के विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद भाजपा और महाविकास आघाड़ी के बीच सरकार बनाने को लेकर चल रही खींचतान के बीच राज्यपाल की सिफारिश पर महाराष्ट्र में 12 नवंबर 2019 से 23 नवंबर 2019 तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा। इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने राकांपा नेता अजित पवार के साथ मिलकर सरकार बनाई। कोश्यारी ने 23 नवंबर 2023 को राज्यपाल के रूप में फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजित को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही फडणवीस दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन अजित के समर्थन वापसी के बाद फडणवीस की सरकार 26 नवंबर 2019 को गिर गई। फिर 28 नवंबर 2019 को कोश्यारी ने महाविकास आघाड़ी सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में उद्धव ठाकरे को शपथ दिलाई थी। 

उद्धव सरकार से रहे कटु संबंध

राज्य में लगभग ढाई साल तक महाविकास आघाड़ी की सरकार रही। लेकिन राज्यपाल कोश्यारी और सरकार के बीच के रिश्ते हमेशा कटु बने रहे। इससे कई मौकों पर सरकार और राज्यपाल के बीच टकराव भी हुआ। महाविकास आघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री पद से उद्धव के इस्तीफे के बाद राज्य में 30 जून को भाजपा और शिंदे गुट की सरकार बनी। जब कोश्यारी ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। शिंदे तीसरे मुख्यमंत्री थे जिन्हें कोश्यारी ने शपथ दिलाई।

विवादों में भी रहे राज्यपाल

कोश्यारी राज्यपाल के रूप में भाजपा और महाविकास आघाड़ी दोनों के शासनकाल में किसी न किसी मुद्दों को लेकर हमेशा विवादों में रहे। कोश्यारी छत्रपति शिवाजी महाराज को पुराने जमाने का आदर्श बताने वाले बयान को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहे। उनके बयान पर भाजपा और शिंदे गुट के नेताओं ने भी असहमति जाहिर की थी। महाविकास आघाड़ी ने कोश्यारी के खिलाफ मुंबई में मोर्चा भी निकाला था। कोश्यारी ने महाविकास आघाड़ी सरकार के शासनकाल में विधान परिषद में राज्यपाल कोटे की 12 सीटों पर नियुक्ति आखिरी समय तक नहीं की। इसको लेकर भी उनकी काफी आलोचना हुई थी।

पी सी अलेक्जेंडर का कार्यकाल सबसे अधिक  

महाराष्ट्र में राज्यपाल के रूप में पी सी अलेक्जेंडर का सबसे अधिक समय का कार्यकाल रहा है। अलेक्जेंडर राज्य में लगभग 9 साल 6 महीने तक राज्यपाल थे। राज्यपाल के रूप में सी विद्यासागर राव ने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था। के शंकरनारायणन भी 4 साल 7 महीने तक राज्यपाल पद पर थे।  

पूर्व के राज्यपाल और कार्यालय अवधि
सी विद्यासागर राव- 5 साल 5 दिन
के शंकरनारायणन - 4 साल 7 महीने
एस सी जमीर - 1 साल 5 महीने
एस एम कृष्णा - 3 साल 3 महीने
मोहम्मद फजल - 2 साल 56 दिन
पी सी अलेक्जेंडर - 9 साल 6 महीने
सी सुब्रमण्यम - 2 साल 10 महीने
ब्रम्हानंद रेड्डी - 1 साल 11 महीने
डॉ. शंकर दयाल शर्मा – 1 साल 5 महीने
कोना प्रभाकर राव - 10 महीने
इदरीस हसन लतीफ - 3 साल 41 दिन
ओ पी मेहरा- 1 साल 4 महीने  
सादिक अली - 3 साल 6 महीने
अलियावर जंग - 6 साल 289 दिन    
पी वी चेरियन - 4 साल 359 दिन
विजय लक्ष्मी पंडित- 1 साल 325 दिन  
पी सुब्बारायन- 172 दिन
श्रीप्रकाश - 5 साल 127 दिन
हरेकृष्ण महताब- 1 साल 266 दिन
गिरिजा शंकर वाजपेयी- 2 साल 189 दिन      
राजा महाराज सिंग- 4 साल 154 दिन 

Created On :   17 Feb 2023 9:34 PM IST

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