कोश्यारी ने दिखाया जनभावनाओं का कैसे ख्याल रख सकते हैं राज्यपाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के राज्यपाल रहते राजभवन हर दिन गुलजार रहता था। आए दिन यहां किसी न किसी संस्था के कार्यक्रम होते रहते थे। कोश्यारी के इस्तीफे के बाद विभिन्न संस्थाओं से जुड़े लोग उनसे मुलाकात कर उनके कार्यों के लिए धन्यवाद दे रहे हैं। अपनी संवैधानिक मर्यादाओं में रह कर राज़ भवन का दरवाज़ा लोक हित में खोलनेवाले महाराष्ट्र के निवर्तमान राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी की सेवाओं का सम्मान करने के लिए मुंबई भाजपा के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र व भाजपा नेता सचिन शिंदे के साथ वारकरी संप्रदाय के लोगों ने भगवान विट्ठल की मूर्ति देकर श्री कोश्यारी को शुभकामनाएँ प्रेषित की। राज़भवन में एक सादे समारोह में वारकरी संप्रदाय के साथ मुंबई भाजपा के उत्तराखंड सेल के लोग भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
लोगों ने कोश्यारी से कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए इस उम्र में शिवनेरी के क़िले पर पैदल चल कर जाने का जो उदाहरण उन्होंने प्रस्तुत किया है , उसे भुलाया नहीं जा सकता। वक्ताओं ने यह भी कहा कि पालघर के आदिवासी क्षेत्र में हेलिकाँप्टर से न जाकर कार से पहुँचने का साहस कोश्यारी इसलिए कर पाए ताकि आदिवासियों की समस्याओं का नज़दीक से अध्ययन किया जा सके। राज्यपाल के नाते नक्सल क्षेत्र में रहकर भी भगतदा ने लोगों को यह संदेश दिया कि नक्सलवादियों से डरने की कोई आवश्यकता नहीं। अमरजीत मिश्र ने भगतसिंह कोश्यारी की संवेदनशीलता व सरल व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। मुंबई भाजपा के सचिव सचिन शिंदे ने कहा कि श्री कोश्यारी ने यह साबित किया कि लोकतंत्र में राज्यपाल के पास इतने अधिकार हैं कि वे जनभावनाओं का ध्यान रख सके।
Created On :   15 Feb 2023 9:01 PM IST