बड़े पैमाने पर स्नेल कीड़ों का फसल पर हमला, बीड जिले के किसान परेशान

डिजिटल डेस्क, बीड। जिले के कई गांवों में एकदम से बड़ी तादाद में घोंघा (स्नेल) कीड़ों ने फसलों पर हमला कर दिया है। किसान परेशान हैं कि इतनी बड़ी संख्या में कीड़े फसल चट कर रहे हैं। एक तो मूसलाधार बरिश से किसान परेशान हो रहे हैं, रही सही कसर स्नेल कीड़ों ने पूरी कर दी। देखा जाए तो स्नेल एक खास तरह के मौसम में ज्यादा तेजी से बढ़ता है। नमी युक्त घास के मैदान और बाग बगीचों में पाया जाता है। चट्टानों और लकड़ी के लठ्ठों के नीचे आराम करता है। इसका शरीर बेहद नरम होता है, जो एक घुमावदार कड़े खोल में बन्द रहता है। यह खोल शंख जैसा होता है। ज्यों ही किसी आघात का आभास होता है, स्नेल अपने खोल के अन्दर खुद को सुरक्षित कर लेता है। बड़े टेन्टाकिल्स पर एक-एक आंख होती हैं। फसल पर एक बार लग जाए तो धीरे -धीरे चट कर जाते हैं। इनका एक साथ बड़ी संख्या में इजाफा होता है।
कृषि विभाग के अधिकारी भगत ने बताया कि पिछले छह साल में पहली बार स्नेल कीड़ों ने फसलों पर घुसपैंठ की है। जिसके चलते किसानों को सावधानी बरतने की जरूरत है। खेत की साफ सफाई करते रहें। इसके लिए मेटाल्डीहाईड स्नेलकील दवा का छिड़काव करने से नियंत्रन पाया जा सकता है।
स्नेल कीड़े ने फसल पर आक्रमण कर दिया है। माजलगांव, गेवराई, वडवणी, धारूर, केज, सिरसाला, परली वैद्यनाथ, अंबाजोगाई,पाटोदा, आष्टी, शिरूर सहित कई इलाकों में सोयाबीन, मूंगफली और कपास की फसलों को नुकसान हो रहा है।
रिमझिम फुहार के बीच किसानों को लगा कि फसल अच्छी होगी, लेकिन स्नेल कीड़ों ने मेहनत पर पानी फेरने का काम शुरु कर दिया है।
किसान मच्छींद्र शिंदे का कहना है कि दो एकड़ जमीन पर कपास बोया है। तीन सप्ताह पहले बीज बोए थे, इसलिए फसल दो से तीन इंच तक बढ़ गई। एक दिन पहले फसल पर घोंघे का झुंड देखा तो हैरानी हुई, इतनी तेजी से फसल बर्बाद हो रही है।
सोयाबीन की 10 प्रतिशत फसल बर्बाद
किसान शंकर जाधव के मुताबिक चार एकड़ जीमन में सोयाबीन की बुवाई की थी। दो दिनो में घोंघे ने सोयाबीन की फसल बर्बाद तो काफी बर्बाद कर दियाा। ऐसे में अब कृषि विभाग को घोंघे से चलते बर्बाद फसलों का जायजा लेना चाहिए।

Created On :   11 July 2022 8:47 PM IST