80 फीट गहरे कुएं में गिरने के बाद सीढ़ियां चढ़कर बाहर निकला तेंदुआ, खापा फारेस्ट रेंज की घटना

Leopard falls in the 80 feet deep well and come up through stairs
80 फीट गहरे कुएं में गिरने के बाद सीढ़ियां चढ़कर बाहर निकला तेंदुआ, खापा फारेस्ट रेंज की घटना
80 फीट गहरे कुएं में गिरने के बाद सीढ़ियां चढ़कर बाहर निकला तेंदुआ, खापा फारेस्ट रेंज की घटना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। 80 फीट गहरे कुएं में गिरा तेंदुआ सुबह खुद ही सीढ़ियां चढ़कर बाहर निकल गया। सीढ़ियों को सीढ़ी जोड़ते हुए बनाई 80 फीट सीढ़ी को ग्रीन नेट लपेटकर कुएं में छोड़ा गया था। रात में इसी के सहारे तेंदुआ बाहर निकल गया। सुबह वन विभाग की टीम पहुंचने पर तेंदुआ कुएं से नदारद था। ऐसे में वन विभाग की टीम उसकी तलाश में जुट गई है। यदि वह घायल है तो उसका इलाज किया जाएगा।

खापा वनपरिक्षेत्र अंतर्गत नागपुर रेंज में आनेवाले कोच्छी गांव में एक 80 फीट कुए में बुधवार को एक तेंदुआ गिर गया। वन विभाग को जानकारी मिलते ही नागपुर की रेस्क्यू टीम के साथ वन अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। रात की घटना होने के कारण तेंदुए को बेहोश कर बाहर निकालना संभव नहीं था। ऐसे में रेस्क्यू टीम ने सीढ़ियों से सीढ़ियों को जोड़ते हुए इसके ऊपर नेट लपेट दी थी। यह 80 फीट सीढ़ी का एक सिरा कुएं के भीतर व एक सिरा कुएं के बाहर छोड़ दिया। ताकि रातभर में तेंदुआ खुद-ब-खुद बाहर निकल जाए।

बुधवार की सुबह तक तेंदुआ बाहर नहीं निकलने पर तेंदुए को बचाने की कवायदें पुन: शुरू की जानी थी। रेस्क्यू ऑपरेशन को डीएफओ प्रभुनाथ शुक्ला, एसीएफ बोराडे, वनपरिक्षेत्र अधिकारी नाइक, नागपुर रेस्क्यू टीम के आर.बी. निब्बेकर, मोबाइल स्कॉड के थोकर, वन्यजीव प्रेमी कुंदन हाथे आदि ने मुख्य योगदान दिया था। तेंदुआ जिस कुएं में गिरा था वह कुआं बहुत ज्यादा गहरा होने से चरणाबध्द तरीके से इसकी खुदाई की गई थी। ऐसे में सबसे नीचे का हिस्सा छोटा उससे थोड़ा उपर का हिस्सा बड़ा रहने से तेंदुआ इसी लेयर पर बैठा था। रात को सीढ़ियों को छोड़कर टीम जब चली गई। जब सुबह टीम वहां पहुंची तो तेंदुआ यहां से निकल चुका था।

कैसे पता चला कुएं में तेंदुआ गिरा 
कुएं में गिरने के बाद तेंदुआ एक कोने में बैठ गया था। मुसीबत में रहने से वह दहाड़ने लगा। इसी बीच बगल में बने सीताफल के बगिचे में काम कर रहे किसान को उसकी अावाज आई। झांक कर देखने पर तेंदुआ दिखाई दिया। तुरंत संबंधित वन अधिकारियों को सूचना दी गई। जिसके बाद से रात 8 बजे से तेंदूएं को बाहर निकालने की कवायदें शुरू हो गई थी।

Created On :   12 Sept 2018 5:40 PM IST

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