भंडारा के गांव में तेंदुए की दहशत, एक को कुंए से बाहर निकाला, दूसरे का अता पता नहीं

leopard fells into well, another was seen in the agriculture land
भंडारा के गांव में तेंदुए की दहशत, एक को कुंए से बाहर निकाला, दूसरे का अता पता नहीं
भंडारा के गांव में तेंदुए की दहशत, एक को कुंए से बाहर निकाला, दूसरे का अता पता नहीं

डिजिटल डेस्क, भंडारा।  साकोली तहसील के गांव सासरा के खेत स्थित कुएं में तेंदुआ नजर आया। जिसके बाद रहवासियों में दहशत का माहौल दिखा है। बताया जा रहा है कि रात के वक्त वन कर्मचारियों ने उसे खेत से खदेड़ा था, जब वो अंधेरें में पानी तलाश रहा था। जिससे वो कुएं में गिर गया। रविवार सुबह करीब पांच घंटों की मशक्कत के बाद तेंदुए को कुएं से बाहर निकाला गया। रेस्क्यू टीम ने कुएं में पिंजरा डालकर उसे जीवित बाहर निकाला। इसके बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया।

गांववालों में तेंदुए का डर
इधर नागरिकों में चर्चा है कि रात के समय नजर आया तेंदुआ और कुएं में गिरा तेंदुआ दोनों अलग अलग है। जिससे ऐसा लग रहा है कि दूसरा तेंदुआ अब भी वहीं कहीं मौजूद है, जो कभी भी किसी पर भी हमला कर सकता है। गांववालों के मुताबिक प्रमोद शंकर संग्राम शनिवार रात 9 बजे खेत में फसल को पानी देने गए थे। इस दौरान उन्हें खेत में दो तेंदुए दिखाई दिए। जिसकी जानकारी तत्काल वन कर्मचारियों को दी गई। रात के वक्त वन कर्मचारियों ने वहां पहुंचकर सुतली बम फोड़ा था। ताकि उसे डराया जा सके। तेंदुए के वहां से जाने के बाद संग्राम घर लौट आए। इसके बाद जब रविवार सुबह संग्राम अपने खेत गए, तो उन्हें कुंए के भीतर से आवाज सुनाई दी। उन्होंने कुएं में झांक कर देखा, तो मादा तेंदुआ दीवार के सहारे से बैठी नजर आई।

एक नहीं इलाके में दो तेंदुए
कुएं में तेंदुआ गिरे होने की खबर पूरे गांव में फैल गई और नागरिकों ने इस स्थान पर जमघट लगा दिया। वहीं श्री संग्राम ने इसकी जानकारी वनरक्षक सावें को दी। वन विभाग को जानकारी मिली तो उन्होंने खेत में पहूंचते हुए बचाव कार्य शुरु किया। वन अधिकारियों ने एक पिंजरा कुएं के भीतर उतारा और करीब पांच घंटों की मशक्कत के पश्चात जब तेंदुआ पिंजरे के भीतर आया तो उसे बाहर निकाला गया और जंगल की ओर रवाना किया गया। इस दौरान नागरिकों का जमघट लगने से किसान प्रमोद संग्राम के खेत में लगी फसल का काफी नुकसान हो चुका था।

बचाव दल ने संभाला मोर्चा
तेंदुए को बचाने की कार्रवाई में DFO विवेक होशिंग, RFO आरती उके, RFO दोनोडे, RO तांडेकर, RO धोटे, पुलिस विभाग के अधिकारी और पुलिस टीम ने मोर्चा संभाल लिया। ग्रामीणों की माने तो कुएं में गिरा तेंदुआ भले ही जंगल की ओर छोड़ दिया गया हो, लेकिन खेत के आस पास दोपहर तक दूसरे तेंदुए को घूमते देखा गया था। जिसके चलते ग्रामीण और आस पास के किसानों में दहशत बनी हुई है। तेज धूप के चलते जंगल में पानी की कमी है। जिसकी वजह से तेंदुए और अन्य वन्यप्राणियों ने गांव की ओर रुख किया है। ऐसे में किसानों को खेत में काम करना खतरे से खाली नहीं दिख रहा।

Created On :   20 May 2018 5:31 PM IST

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