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बिना हेलमेट ड्राइव करने वाले स्टूडेंट्स को पुलिस ने गुलाब देकर सिखाया नियमों का पाठ, अब परीक्षा केंद्र पर स्कूल ड्रेस में ही मिलेगी एंट्री

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगर के कई कॉलेज और स्कूल में विद्यार्थी बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाते नजर आते हैं। पिछले वर्ष भी यातायात पुलिस ने कई स्कूल और कॉलेज के सामने बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इससे कुछ समय के लिए विद्यार्थी स्कूल और काॅलेज में दोपहिया लेकर आते समय हेलमेट का उपयोग करने लगे थे। एक बार फिर यातायात पुलिस ने जागरुकता अभियान शुरू किया है। बिना हेलमेट के दोपहिया चलाने वाले विद्यार्थियों को पुलिस ने रोका। उन्हें समझाइश किया और गुलाब का फूल दिया। यातायात पुलिस ने गुलाब का फूल देते समय विद्यार्थियों से कहा कि अगली बार बिना हेलमेट के वाहन चलाते हुए मिलने पर सीधा पुलिस चालान कार्रवाई करेगी। यातायात पुलिस ने स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले अपने बच्चों को दोपहिया वाहन देते समय उन्हें हेलमेट पहनने की याद दिलाएं। कई बार बच्चे देरी होने पर बिना हेलमेट के वाहन लेकर चले जाते हैं। यह बात उनके जीवन के लिए खतरनाक है। शहर यातायात पुलिस विभाग ने एक बार बिना हेलमेट के चलने वाले विद्यार्थियों पर नजर रखने का बीड़ा उठाया है। उनका मानना है कि स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी अंधाधुंध गति से वाहन चलाते हैं। वह भी बिना हेलमेट के वाहन चलाते हैं। ऐसे में वह खुद के लिए भी खतरे की घंटी बन रहे हैं और दूसरों की जिंदगी भी खतरे में डाल रहे हैं। यातायात पुलिस विभाग के उपायुक्त राजतिलक रोशन के मार्गदर्शन में शहर के सभी यातायात जोन में इस तरह का अभियान शुरू किया गया है।
ट्यूशन क्लास से घर जाते समय वाहन ने मारी टक्कर
उधर अजनी थानांतर्गत सड़क हादसे में घायल विद्यार्थी की शुक्रवार को मौत हो गई। अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। महाकाली नगर निवासी सम्यक सुनील लोखंडे (18) 5 तारीख की दोपहर करीब 3.30 बजे ट्यूशन क्लास से निकला और साइकिल से अपने घर जा रहा था। इस दौरान तुकड़ोजी चौक से मेडिकल की तरफ जाने वाले मार्ग पर किसी वाहन चालक ने सम्यक को टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर रूप से घायल सम्यक को निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां पर शुक्रवार की तड़के करीब 4.30 बजे सम्यक ने दम तोड़ दिया। हादसे के बाद आरोपी चालक वाहन समेत भाग गया था। उसका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। जांच जारी है।
‘रास्ता सुरक्षा, जीवन रक्षा" अभियान से दी ट्रैफिक नियमों की जानकारी
सड़क दुर्घटनाओं में आए दिन कई लोगों की मौत हो जाती है। इसका मुख्य कारण आमजन में ट्रैफिक के लिए जनजागृति नहीं होना है। ट्रैफिक नियमों का लोगों द्वारा पालन नहीं किया जाता है, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। इन्हीं बातों के मद्देनजर केन्द्र सरकार के सड़क परिवहन और महामार्ग मंत्रालय अंतर्गत ‘रास्ता सुरक्षा, जीवन रक्षा" महामेट्रो द्वारा सुरक्षा सप्ताह में ट्रैफिक अवेयरनेस के लिए विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अभियान में महामेट्रो के कर्मचारियों ने रैली के माध्यम से लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों सहित नागरिकों को हेलमेट वितरित किए गए। इस अवसर पर बड़ी संख्या मे महामेट्रो कर्मचारी तथा ट्रैफिक विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
परीक्षा केंद्र पर स्कूल ड्रेस में ही मिलेगा प्रवेश
उधर सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने बोर्ड परीक्षा के लिए गाइड लाइन जारी की है। इससे संबंधित एक पत्र वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। पत्र में बताया गया है कि कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के लिए परीक्षा के संबंध में क्या-क्या सावधानी बरतनी है और इसमें क्या बदलाव किए गए हैं। बताया गया है कि आपके बच्चे को परीक्षा केंद्र में तभी प्रवेश दिया जाएगा, जब वह स्कूल ड्रेस में होगा, साथ ही छात्रों को परीक्षा केंद्र पर अपना आईडी कार्ड लेकर आना होगा। पत्र में अभिभावकों से अपील की गई है कि वह अपने बच्चों का इस समय आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रयास करें। बोर्ड ने अपने लेटर के जरिए पैरेंट्स को सलाह दी है कि वह किसी भी तरह की अफवाहों में न पड़ें। यदि उन्हें बोर्ड से संबंधित किसी भी घटना के बारे में पता चलता है, तो वे सीधे बोर्ड की वेबसाइट parent2cbse@gmail.com पर मेल कर सकते हैं। इसका जवाब बोर्ड उन्हें जरूर देगा।
चेक कर लें एडमिट कार्ड
स्कूल से एडमिट कार्ड लेते समय स्टूडेंट्स को कुछ अहम चीजों की जांच कर लेनी चाहिए। जब टीचर एडमिट कार्ड सौंपने से पहले उस पर साइन करने को कहें, तो छात्रों को कार्ड लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जैसे कि उस पर स्कूल के प्रिंसिपल के साइन हों, पैरेंट्स के साइन हों, छात्रों का साइन हो, उन सभी विषयों के नाम हों, जिन्हें उन्होंने सही विषय कोड के साथ चुना था, उनकी व्यक्तिगत जानकारी की सही स्पेलिंग हो एवं छात्र की तस्वीर हो।
यह हैं जरूरी निर्देश
माता-पिता से कहा गया है कि परीक्षा की शुरुआत से पहले परीक्षा केंद्र पर जाएं, ताकि उन्हें पता लगा सके कि घर से परीक्षा केंद्र तक सफर तय करने में कितना समय लगेगा।
किसी भी परिस्थिति में सुबह 10 बजे के बाद छात्र को परीक्षा केंद्र के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि उनके बच्चे सुबह 9:45 बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं।
छात्रों को अपने स्कूल का आईडी कार्ड ले जाना होगा। रेगुलर छात्रों के लिए स्कूल यूनिफॉर्म अनिवार्य है। अभिभावकों से अपील की गई है कि वह बच्चे को सही स्कूल यूनिफॉर्म में भेजें।
माता-पिता उन चीजों की लिस्ट पढ़ लें, जिसकी अनुमति परीक्षा केंद्र में ले जाने की नहीं है। इससे छात्रों को अनावश्यक सामान को बाहर रखने की समस्या का सामना नहीं करना होगा।
Created On :   9 Feb 2019 5:18 PM IST