लोन ऐप गिरोह अब तक वसूल चुका 300 करोड़, 14 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार- चीन में बैठा है सरगना

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोन ऐप के जरिए लोगों से ठगी करने वाले गिरोह की छानबीन में जुटी मुंबई पुलिस की साइबर सेल अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। छानबीन में खुलासा हुआ है कि आरोपी ठगी का संगठित गिरोह चला रहे हैं और इसके जरिए सैकड़ों लोगों को 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुका है। आरोपी ठगी के जरिए हासिल की गई रकम क्रिप्टो करंसी के जरिए विदेश भेजते हैं। पुलिस को शक है कि गिरोह के सरगना चीन में बैठे हैं। गिरफ्तार आरोपियों में पांच लोन ऐप चलाने वाली कंपनियों के निदेशक हैं। आरोपियों को सात अलग-अलग राज्यों से दबोचा गया है। पुलिस ने रिकवरी एजेंटों द्वारा कई गुना पैसे भरने के बावजूद कर्ज लेने वालों के रिश्तेदारों को उनकी फर्जी तरीके से बनाई गई अश्लील तस्वीरें भेजकर परेशान करने की कई शिकायतों और मुंबई के मालाड इलाके के एक पीड़ित के आत्महत्या के बाद लोन ऐप के खिलाफ अभियान शुरू किया है। मामले में आंध्र प्रदेश से सुधाकर रेड्डी नाम के पहले आरोपी की गिरफ्तारी हुई। बाद में उत्तर प्रदेश, बैंगलुरू से तीन और आरोपी पकड़े गए। उत्तरखंड और मणीपुर से भी 3 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े। छानबीन के दौरान स्नेह सोमानी नाम के एक आरोपी को मुंबई से ही गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान उसके द्वारा खाले गए बैंक खातों और बनाई गई फर्जी कंपनियों की जानकारी मिली। साथ ही लोगों को परेशान करने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे 90 सिमकार्ड भी पकड़े गए। पुलिस ने पाया कि सोमानी के खातों में फर्जी कंपनियों से करीब 4 करोड़ रुपए भेजे गए थे।
चीन में बैठा है गिरोह का सरगना
इसके अलावा मणीपुर से लीन्ग शैंग नाम का एक आरोपी पकड़ा गया जो चीन में बैठे गिरोह के सरगना के संपर्क में था। उसके पास से पुलिस को बड़ी संख्या में आम लोगों की तस्वीरें और वीडियो मिले जिन्हें अश्लील बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। शैंग ने यह भी खुलासा किया कि वह लोगों से वसूले गए पैसे क्रिप्टोकरंसी में बदलता था। हरियाणा से भी पुलिस ने संजय अरोरा नाम के एक आरोपी को पकड़ा है जो फर्जी नामों पर सिमकार्ड हासिल करने में गिरोह से जुड़े दूसरे लोगों की मदद करता था।
Created On :   28 July 2022 10:16 PM IST