ताले में बंद शौचालय, जिलाधिकारी कार्यालय में अजीब नजारा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. देशभर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए शौचालयों की व्यवस्था की जा रही है। पेट्रोल पंप समेत निजी संस्थानों के शौचालयों को भी आम नागरिकों के लिए खोलने का निर्देश दिया गया है, लेकिन उपराजधानी के जिलाधिकारी कार्यालय में इन दिनों नजारा ही बेहद अलग बना हुआ है। इस कार्यालय परिसर में मौजूद शौचालय को ताला बंद कर रखा जाता है। शौचालय में लगे ताले की चाबी को आपदा प्रबंधन कक्ष में रखा जाता है। कार्यालय के दुय्यम श्रेणी के अधिकारी और कर्मचारी इसी कक्ष से चाबी लेकर ताला खोलकर इस्तेमाल करते हैं। इस्तेमाल के बाद दोबारा आपदा प्रबंधन कक्ष में चाबी को लटकाना होता है। हैरानी यह है कि ताला बंद होने के चलते नागरिकों को कार्यालय के पिछले हिस्से में जाना पड़ता है।
यह देते हैं तर्क : आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शौचालय को गंदगीमुक्त रखने के लिए ताला लगाया गया है। करीब दो साल पहले तक आम नागरिकों के लिए खुला रखा गया था, लेकिन नागरिकों की ओर से शौचालय को गंदा करने के साथ ही तोड़फोड़ कर दी जाती है। ऐसे में कुछ माह पहले जीर्णोद्धार और दुरुस्ती के बाद से ताला बंद कर दिया गया है।
देश भर में स्वच्छता के लिहाज से शौचालयों को आरंभ करने को लेकर योजनाएं बनाई जा रही हैं। इतना ही नहीं महानगर पालिका प्रशासन भी जनसंख्या के अनुपात में सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का निर्माणकार्य करा रही है। इतना ही नहीं भीड़ वाले इलाकों में नागरिकों की सुविधा के लिए पेट्रोल पंप समेत कई निजी संस्थानों को भी शौचालयों को सुचारु रखने का निर्देश दिया गया है। इन सारे प्रयासों के बाद भी जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में अजीबोगरीब कार्यप्रणाली दिखाई दे रही है। निवासी उपजिलाधिकारी कार्यालय के पिछले हिस्से में मौजूद शौचालयों को पिछले कई दिनों से ताला जड़ दिया गया है। इस ताले की चाबी को आपदा प्रबंधन कक्ष में रखा जाता है, ताकि चाबी केवल कार्यालयीन कर्मचारियों के लिए उपलब्ध रह सके। कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी इस चाबी को लेकर ताला खोलकर इस्तेमाल करने के बाद लटका जाते हैं। ऐसे में ताला बंद शौचालय को देखते हुए पिछले हिस्से में नागरिक खुले में जाने को मजबूर हो रहे हैं।
Created On :   15 Jan 2023 6:52 PM IST