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सर्जरी के लिए लंबी वेटिंग -स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन न्यूरो सर्जरी शुरू होने का इंतजार
डिजिटल डेस्क जबलपुर । मेडिकल कॉलेज स्थित सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जरी वॉर्ड में सर्जरी के लिए पहुँचने वाले मरीजों को लंबी वेटिंग से जूझना पड़ता है। स्थिति यह है कि वार्ड में किसी भी वक्त भर्ती मरीजों की संख्या वास्तविक क्षमता से कहीं अधिक नजर आती है। इसका खामियाजा गंभीर स्थिति में पहुँचे मरीजों को भुगतना पड़ता है। कई परिस्थितियों में डॉक्टर चाह के भी मरीजों का इलाज करने में असमर्थ हो जाते हैं। सीमित संसाधनों के चलते वेटिंग की समस्या बनी रहती है। इसी के चलते सेंटर फॉर एक्सीलेंसी इन न्यूरो सर्जरी बनाने की शुरूआत 2013 में की गई थी। 7 वर्ष बाद स्थिति यह है कि अभी सिर्फ भवन बनकर तैयार हुआ है, अगर यह सेंटर जल्द से जल्द शुरू हो जाता है, तो मरीजों के लिए बेड बढ़ जाएँगे। सर्जरी के लिए लंबी वेटिंग भी काफी हद तक कम हो जाएगी, जिसकी सीधा फायदा गंभीर मरीजों को मिलेगा।
सेंटर शुरू होने से मरीजों को मिलेगा फायदा
न्यूरो सर्जन डॉ. वायआर यादव का कहना है कि हमें भी दु:ख होता है, जब किसी मरीज को इंतजार करना पड़ता है। लेकिन भर्ती होने के तुरंत बाद ऑपरेशन संभव नहीं हो पाता क्योंकि पहले से वेटिंग में मरीज होते हैं। हमारे पास 15 न्यूरो सर्जन की टीम है, जो दिन-रात काम करने तैयार हैं। सेंटर फॉर एक्सीलेंसी इन न्यूरो सर्जरी शुरू होने से मरीजों को फायदा होगा और ज्यादा मरीज ऑपरेट हो सकेंगे।
वेटिंग के चलते समय पर नहीं हुआ ऑपरेशन
महाराजपुर निवासी 22 वर्षीय प्रिशिता सिंह को स्पाइन की सर्जरी के लिए सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। परिजन बरखा सिंह ने बताया कि पेशेंट को 16 दिसंबर को एडमिट करने के बाद लगभग 1 हफ्ते तक ऑपरेशन की डेट नहीं मिली। 22 को तबियत खराब होने पर आईसीयू में शिफ्ट करने के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया। इसके बाद 24 दिसंबर को ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के दो दिन बाद मरीज की स्थिति बिगड़ी गई और तब से ही वह कोमा में है। परिजनों का आरोप है कि वेटिंग के चलते समय पर ऑपरेशन नहीं हुआ, जिसके बाद यह स्थिति बनी है। वहीं इलाज कर रहे डॉक्टर्स का कहना है कि मरीज की सर्वाइकल कॉर्ड में पानी जमा हो गया था, जिसका इलाज संभव नहीं है। गर्दन की नर्व 80-90 प्रतिशत तक डैमेज हो गई थी।
नए सेंटर में होंगे दो ऑपरेशन थियेटर, 92 बेड
सूत्रों के अनुसार सेंटर फॉर एक्सीलेंसी इन न्यूरो सर्जरी 25 करोड़ रुपयों का प्रोजेक्ट है। इसमें 12 करोड़ रुपये उपकरण के लिए हैं। यह 92 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा, जिसमें 20 बेड आईसीयू के हैं। कहा जा रहा है कि इसके शुरू होने के बाद न्यूरो संबंधित बीमारियों से पीडि़त मरीजों के इलाज की सुविधाएँ बढ़ेंगी। यहाँ 2 ऑपरेशन थियेटर होंगे, जिसके चलते सर्जरी के लिए इंतजार बहुत कम हो जाएगा। वर्तमान स्थिति यह है कि अभी भवन तो बन गया है, लेकिन फर्नीचर और उपकरण नहीं आए हैं।
Created On :   5 Jan 2021 2:13 PM IST