गेहूं- चना- मूंगफली- ग्रीष्मकालीन मूंग- सब्जियों व आम का नुकसान
डिजिटल डेस्क, बार्शिटाकली. तहसील के धानोरा के साथ ही काटेपूर्णा नदी के किनारे की पहाड़ियों पर काश्मीर जैसी बर्फ, ओलों की वजह से हर तरफ बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई थी। जिले के कई हिस्सों में शुक्रवार तड़के तेज हवा के साथ बारिश हुई। साथ ही शनिवार को बादल छाए हुए हैं। फिलहाल कहीं-कहीं हल्की बारिश का दौर जारी है। खेतों में पककर तैयार खड़ी सुखी गेहूं की फसलों के साथ ही जिनके खेतों में देरी से चने की बुवाई हुई उनके चना फसल को भी 17 मार्च को आई बारिश से भारी नुकसान हुआ है। 17 को शाम 4 बजे धानोरा परिसर में तेज हवा के साथ बारिश हुई और ओले भी बरसे। इससे चना, गेहूं, आम व आम के बौर, मूंगफल्ली के साथ सब्जियों का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है। संपूर्ण परिसर में हुई जोरदार ओलावृष्टी के कारण परिसर में बर्फ की सफेद चादर बीछ गई जिससे परिसर कश्मीर के जौसा प्रतीत हो रहा था। परंतु इस बारिश, ओलावृष्टी के कारण किसानों की फसलों का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है और इसका पंचनामा कर मदद देने की मांग की जा रही है।
किसानों को दें मदद
उपसरपंच डा.रवि येवले, गट ग्रामपंचायत के मुताबिक किसानों की फसले खेतों में पककर तैयार हो गई थी। परंतु कुदरत के इस प्रकोप से हाथ आई फसल चौपट हो गई है। इसका तुरन्त पंचनामा कर किसानों को मदद दें।
Created On :   19 March 2023 6:10 PM IST