महाजन बोले - खुद भाजपा में शामिल होना चाहते थे अनिल देशमुख

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा के वरिष्ठ नेता तथा प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के भाजपा से समझौता नहीं करने वाले बयान पर प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन ने पलटवार किया है। नाशिक में महाजन ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के समय भाजपा ने देशमुख को पार्टी में शामिल होने को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं दिया था। इसके उलट देशमुख ने ही खुद साल 2019 के विधानसभा चुनाव से भाजपा में शामिल करने के लिए आग्रह किया था। देशमुख ने कई बार भाजपा में शामिल होने को लेकर मिन्नते की थी।
महाजन ने कहा कि भाजपा के किसी नेता ने देशमुख को महाविकास आघाड़ी सरकार गिराने का प्रस्ताव नहीं दिया था।देशमुख की सरकार गिराने की ताकत थी क्या?क्या उनके प्रयास से महाविकास आघाड़ी सरकार गिर जाती? देशमुख को अपने बयान पर आत्मचिंतन करना चाहिए। वहीं पुणे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि महाजन के बयान का कोई मतलब नहीं है। भाजपा की "खोखे की राजनीति' के बारे में सबको पता चल गया है। इसलिए अब भाजपा को अपने पाप का हिसाब देना पड़ेगा।
"यदि मैं समझौता करता तो जेल नहीं जाता'
इसके पहले रविवार को वर्धा में देशमुख ने कहा था कि मेरे पास भाजपा की ओर से समझौता का प्रस्ताव आया था। मैंने यदि समझौता किया होता तो मैं जेल में नहीं गया होता। लेकिन तत्कालीन महाविकास आघाड़ी सरकार ढ़ाई साल पहले गिर जाती। मगर मैंने कह दिया था कि भलेही मुझे जीवन में जेल में रहना पड़े। मैं समझौता नहीं करूंगा। जिसके बाद मुझे 14 महीने तक जेल में रहना पड़ा।वहीं राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने भी कहा था कि देशमुख पर पार्टी बदलने का दबाव था।
Created On :   13 Feb 2023 9:03 PM IST