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SPMRM के तहत महाराष्ट्र के 20 क्लस्टर चिन्हित

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्र सरकार महाराष्ट्र में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ग्रामीण-शहरी मिशन (SPMRM) को प्रभावी ढंग से लागू करा रही है। इसके तहत प्रदेश के जनजातीय और गैर-जनजातीय दोनों क्षेत्रों में तीन चरणों में अब तक 20 क्लस्टर चिन्हित किए गए हैं। केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राम कृपाल यादव ने यहां बताया कि इस मिशन के पहले चरण में महाराष्ट्र के सात, दूसरे चरण में पांच और तीसरे चरण में आठ क्लस्टरों को शामिल किया गया है। इन 20 क्लस्टरों में से 10 जनजातीय श्रेणी और 10 गैर-जनजातीय श्रेणी में हैं।
प्रदेश में इस मिशन के तहत जिन क्लस्टरों का चयन किया गया है उनमें कान्होलीबाड़ा (नागपुर), जोगेश्वरी (औरंगाबाद), सिरसाला (बीड), सुल्तानपुर (बुलढाणा), अश्ति (जालना), मुक्तईनगर (जलगांव), लोनी कालभोर (पुणे), तीसगांव (अहमदनगर), काड़ा (बीड), दाभाड़ी (नासिक), काश्तवाड़ी (पालघर), वडगांव (पुणे), वड़ोदा (नागपुर), मिराजगांव (अहमदनगर), बोधीगांव (अहमदनगर), पटोन्डा (जलगांव), येनगांव (जलगांव), नीरगुड़े (नासिक), मंडवाड (नासिक) और पिम्परी (ठाणे) का नाम शामिल है।
इन क्लस्टरों की अलग अलग विशेषताओं के साथ विकसित करने की योजना है। सरकार की कोशिश रर्बन मिशन के माध्यम से इन क्लस्टरों में आधारभूत सुविधाएं, रोजगार और हर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराना है। ऐसे क्लस्टरों के विकास से गांवों से शहरों की ओर पलायन भी रूकेगा। मंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र ने पहले व दूसरे चरण के 12 क्लस्टरों के लिए समेकित क्लस्टर कार्रवाई योजना (आईसीएपी) प्रस्तुत कर दी है और इसे मंजूरी भी मिल गई है।
Created On :   27 July 2018 9:20 PM IST