मनपा आयुक्त मुंढे ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ, एक माह में 100 % उपस्थिति

Manpa Commissioner Tukaram Munde taught discipline lessons 100% attendance in a month
मनपा आयुक्त मुंढे ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ, एक माह में 100 % उपस्थिति
मनपा आयुक्त मुंढे ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ, एक माह में 100 % उपस्थिति

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  मनपा के आयुक्त तुकाराम मुंढे ने पदभार स्वीकारने के बाद अपनी कार्यशैली से सत्तापक्ष और प्रशासन में हड़कंप मचाया है। अधिकारी-कर्मचारी वर्ग को अनुशासन का पाठ पढ़ाया। जिंस पैंट पहनने पर पाबंदी लगाई तो समय पर आने की सख्ती भी की। इसका परिणाम है कि अनेक विभागों में 60 प्रतिशत रहने वाली उपस्थिति बढ़कर महीने भर में 100 प्रतिशत तक पहुंच गई। कर्मचारियों की उपस्थिति का आलेख अचानक बढ़ने से उसका परिणाम भी कामकाज पर देखने मिल रहा है। 
यह दिए निर्देश

मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे ने 28 जनवरी को पदभार ग्रहण किया था। इससे पहले 23 जनवरी को मनपा मुख्यालय में विविध विभाग में विलंब से आने वाले और अनुपस्थित रहने वाले अधिकारी-कर्मचारियों का औसत 41 प्रतिशत था। करीब 60 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थित रहते थे। अब यह बढ़कर औसत 96 प्रतिशत पहुंच गया है। पदभार स्वीकारने के बाद मुंढे ने कर्मचारियों को सुबह 9.30 बजे कार्यालय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए थे। बायोमीट्रिक मशीन के माध्यम से हाजिरी लगाएं। इसका सकारात्मक परिणाम कर्मचारियों पर हुआ। उपस्थिति से इसका अनुमान लगाया जा सकता है। 

15 दिन में विशेष बदलाव
14 फरवरी को सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य (दवाखाने),  ग्रंथालय,  समाज कल्याण, कर आकारणी विभाग, जलप्रदाय विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति 100 प्रतिशत थी। शिक्षण,  प्रकाश,  स्थावर,  उद्यान, स्वास्थ्य (स्वच्छता),  एलबीटी,  लोककर्म,  स्लम, नगररचना विभाग की 95 से 99 प्रतिशत उपस्थिति है। अन्य विभागों में भी कर्मचारियों की उपस्थिति 90 प्रतिशत से अधिक पहुंच गई है और यह उपस्थिति औसत 96 प्रतिशत है। उपस्थिति का यह प्रतिशत पिछले 15 दिन का है। 

आयुक्त के जनता दरबार में नागरिकों की भीड़ 
मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे के नियमित जनता दरबार में बुधवार को नागरिकों की काफी भीड़ रही। शिकायतों की सुनवाई होने के बाद अंतत: नागरिकों को रोका गया। 100 से अधिक शिकायत लेकर नागरिक बुधवार को आयुक्त कार्यालय में पहुंचे थे। मनपा द्वारा दी जाने वाली सेवाओं की शिकायतों के साथ अतिक्रमण की शिकायत लेकर नागरिक आयुक्त के जनता दरबार में पहुंचे थे। आयुक्त ने नियोजित समय में प्रत्येक शिकायतकर्ता से संवाद साधकर समाधान किया। जिन शिकायतों का तत्काल निर्णय हो सकता है, ऐसी शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को तत्काल हल करने के निर्देश दिए। अन्य शिकायत भी तय समय में निपटारा करने के आश्वासन दिए। 

 

Created On :   27 Feb 2020 8:56 AM GMT

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