कई उपभोक्ताओं को लगकर नहीं आया है ईंधन शुल्क, अक्टूबर 2022 तक लिया जाएगा बढ़ा शुल्क

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महावितरण द्वारा ईंधन समायोजन शुल्क (एफएसी) बढ़ाने के बाद बिजली बिल में वृद्धि हो गई है। महावितरण ने इसे जून 2022 के बिल से लागू कर दिया, लेकिन कई उपभोक्ताआें को एफएसी बढ़कर नहीं आई है। पुराने हिसाब से ही बिल में एफएसी लगकर आई है। महावितरण की तरफ से सफाई दी जा रही है कि बिजली बिल पहले जनरेट होने से यह हुआ है। बता दें कि महावितरण ने ईंधन की कीमतों में वृद्धि व महंगी बिजली खरीदने का कारण सामने कर एफएसी में वृद्धि की है। पहले जहां 100 यूनिट तक 10 पैसे एफएसी थी, उसे बढ़ाकर 65 पैसे कर दिया गया है। इसीतरह 101 से 300 यूनिट तक 20 पैसे एफएसी को बढ़ाकर 1 रुपए 45 पैसे कर दिया है। महावितरण ने जो सर्कुलर जारी किया है, उसके मुताबिक जून 2022 से अक्टूबर 2022 तक नए दर से एफएसी लेना है। शहर में करीब 9 लाख 50 हजार उपभोक्ता हैं। इन्हें महावितरण के 5 डिवीजनों में बांटा गया है। सभी 5 डिवीजनों में एक साथ बिल वितरित नहीं होते। यानी हर डिवीजन में अलग-अलग तारीख में मीटर रीडिंग होकर अलग-अलग तारीख पर बिल वितरित होते हैं। अभी जून के बिजली बिल का वितरण हो रहा है। कुछ इलाकों में उपभोक्ताओं के घर जो बिजली बिल पहुंचे, उसमें एफएसी नए दर से लगाई गई है। वहीं कुछ उपभोक्ताओं के बिल में एफएसी का पुराना दर लगा हुआ है। महावितरण के सूत्रों ने बताया कि जून 2022 से अक्टूबर 2022 तक सभी उपभोक्ताओं से बढ़ी हुई एफएसी वसूली जाएगी। बिल पहले जनरेट होने से कुछ उपभोक्ताओं के बिल में नए दर नहीं लग सके हैं। पांच महीने तक सभी को एफएसी वृद्धि सहन करनी होगी।
Created On :   12 July 2022 5:24 PM IST